संसद के बजट सत्र से पहले 31 जनवरी को राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने अपने आवास पर उच्च सदन के फ्लोर के नेताओं की बैठक बुलाई है। साथ ही राज्यसभा की व्यवसाय सलाहकार समिति (बीएसी) की बैठक 29 जनवरी को होगी। बजट 1 फरवरी को पेश किया जाएगा।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा था कि बजट सत्र का पहला भाग 29 जनवरी से शुरू होकर 15 फरवरी तक चलेगा और सत्र का दूसरा भाग 8 मार्च से 8 अप्रैल तक चलेगा। बिड़ला ने यह भी कहा था कि राज्यसभा सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक और लोकसभा शाम 4 बजे से रात 9 बजे शून्यकाल और प्रश्नकाल के साथ कार्य करेगी। संसद सदस्यों से बजट सत्र की शुरुआत से पहले COVID-19 के RT-PCR टेस्ट कराने को कहा गया है।
गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2021-22 का बजट पेश करेंगी। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का तीसरा बजट होगा। 2019 में लोकसभा चुनाव की वजह से फरवरी 2019 में अंतरिम बजट पेश किया गया और फिर जुलाई 2019 में फुल बजट पेश हुआ। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में पांच बार तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट पेश किया था।
बजट में उन स्रोतों के बारे में जानकारी होती है जिनसे सरकार के पास पैसे आएंगे। इसके अलावा कहां से कमाई होगी इसका भी जिक्र होता है। बजट का उपयोग अर्थव्यवस्था को दिशा देने, उच्च कर लगाने, विभिन्न उद्योगों को प्रोत्साहन देने और कस्टम कर्तव्यों को पूरा करने के तरीके के लिए एक उपकरण के रूप में भी किया जाता है। बजट न केवल करों और प्रोत्साहनों में परिवर्तन करने के बारे में है, बल्कि यह विभिन्न आर्थिक सुधारों पर सरकार के मन का खुलासा करता है।