अक्सर जिंदगी हमारे तमाम कड़े इम्तेहान लेती है. इन्हीं कठिन पलों में से अक्सर गरीबी, गमों का बोझ और अथाह जिम्मेदारियां हमारे सपने जैसे कहीं दबा देती हैं, लेकिन इन्हीं सब हालातों से जो लोग बाइडेन की तरह पार पा लेते हैं, दुनिया की तमाम सफलताएं उनके कदमों में झुक जाती हैं. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन की जिंदगी भी ऐसी ही मिसाल है.
बचपन की दुश्वारियां और जवानी में मिले गमों से लिपटे उनकी जिंदगी के पन्ने कोई भी पढ़ ले तो भावुक हो जाए. लेकिन बाइडेन का जीवन हम सबको बहुत कुछ सिखाता है. आइए जानते हैं यूएस प्रेसीडेंट जो बाइडेन की जिन्दगी के बारे में.
दुनिया के सबसे ताकतवर देश के सबसे सर्वोच्च पद पर बैठने जा रहे जो बाइडेन का जन्म 20 नवम्बर 1942 स्क्रैंटन, पेंसिल्वेनिया, अमेरिका में हुआ था. उनका पूरा नाम जोसेफ रॉबिनेट बाइडेन जूनियर है. उनके पिता का नाम जोसेफ आर बाइडेन था जो कि निम्न मध्यम वर्ग से आते थे.
बाइडेन के पिता घर चलाने के लिए भट्ठियों की सफाई किया करते थे. वहीं खाली समय में वो सेकेंडहैंड कारों के सेल्समैन का काम भी करते थे. उनकी ही तरह बेटे बाइडेन को भी अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए इसी तरह के काम करने होते थे. वो अपनी स्टडी को जारी रखने के लिए अपने स्कूल की खिड़कियों की सफाई का काम करते थे.
जब बाइडेन 13 साल के थे तो उनका परिवार पेंसिल्वेनिया से न्यू कैसल काउंटी, डेलावेयर में शिफ्ट हो गया. यहां डेलावेयर विश्वविद्यालय से उन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री ली. यहीं जो बाइडेन की जिंदगी में नेलिया हंटर ने कदम रखा, वो उनसे प्यार करने लगे.
इसके बाद उन्होने 1968 में सिरैक्यूज़ विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की और वकालत की प्रैक्टिस शुरू करने के साथ ही नेलिया से शादी कर ली. साथ ही साथ राजनीति में भी उन्होंने दखल रखना शुरू कर दिया. फिर 1970 में उन्हें न्यू कैसल काउंटी का पार्षद चुना गया.
साल 1972 में 29 साल की उम्र में डेलावेयर से अमेरिकी सीनेट के लिए चुने गए, जो उनके लिए सबसे गौरव की बात थी क्यों कि वो अमेरिकी इतिहास के पांचवें सबसे कम उम्र के सीनेटर बने थे. लेकिन तभी उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. जब एक सड़क हादसे में उनकी पत्नी और डेढ़ साल की बेटी की मौत हो गई और दोनों बेटे घायल हो गए.
ये उनके लिए सबसे बुरा दौर था. वो सबकुछ भूलकर सिंगल फादर बनके बेटों की देखभाल करने लगे. बताते हैं कि ये वो दौर था जब वो डिप्रेशन में चले गए थे, यहां तक कि कई बार उन्हें खुदकुशी के विचार भी आते थे. ये सिलसिला पांच साल चला.
पांच साल बाद उन्होंने जिल जैकब्स के शादी की और जिन्दगी पटरी पर आने लगी. कई साल तक वो राजनीति में मेहनत से जुटे रहे. लेकिन एक बार फिर उनकी जिंदगी में गम दोबारा आंधी बनकर आए जब डेमोक्रेटिक राइजिंग स्टार और उनके बेटे ब्यू की 46 साल की उम्र में 2015 में ब्रेन कैंसर से मृत्यु हो गई.
लेकिन उन्होंने हौसला नहीं हारा और खुद को संभाला. बताते हैं कि उनका बेटा अमेरिका का राष्ट्रपति बनने का सपना देखता था जिसे पूरा करने की जो बाइडेन ने ठानी और 77 की उम्र में अमेरिका के राष्ट्रपति बन गए.