बंपर मुनाफा: लॉकडाउन में ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज को 542.68 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ

कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान रिकॉर्ड मांग की वजह से कुछ कंपनियों को बंपर मुनाफा हुआ है. पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के मुकाबले चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज को दोगुना से ज्यादा शुद्ध लाभ हुआ है.

दरअसल, देश में 24 मार्च की आधी रात से लॉकडाउन लागू हो गया था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के साथ ही देश में आवाजाही पर ब्रेक लग गया था.

बस और ट्रेनें सेवाएं बंद थीं. लेकिन इस दौरान बड़े पैमाने पर लोग पैदल ही घर के लिए निकल पड़े थे. सैकड़ों किलोमीटर की राह में प्रवासियों के लिए बिस्किट के पैकेट मददगार साबित हुए. किसी ने खुद खरीद कर खाया, तो किसी को दूसरों ने मदद के तौर पर दिया.

बिस्किट समेत तमाम तरह के फूड प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज को 30 जून 2020 को समाप्त चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 542.68 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है. यह साल भर पहले की तुलना में दो गुना से भी अधिक है. करीब 118 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है.

कोरोना संकट की वजह से लॉकडाउन के दौरान बिस्किट समेत डेयरी पोडक्ट की मांग में जबर्दस्त उछाल आई थी.

बड़े पैमाने पर लोगों ने ब्रिटानिया के बिस्किट समेत दूसरे प्रोडक्ट घर में स्टोरेज कर लिए थे, ताकि आगे किल्लत न हो. पिछले दिनों पारले-जी ने भी शानदार आय के आंकड़े पेश किया था.

ब्रिटानिया को वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 248.64 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था. कंपनी ने कहा कि शुद्ध लाभ बढ़ने का कारण आय का अधिक रहना है.

जबकि पिछले साल अगस्त में कंपनी ने कहा था कि बिक्री में भी गिरावट आई है, और अब यह आधी रह गई है. लेकिन अब बाजी पलट गई है वो भी कोरोना संकट के बीच में.

ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक (एमडी) वरुण बेरी का कहना है कि कोविड-19 महामारी के कारण आलोच्य तिमाही ने अर्थव्यवस्था की राह में व्यवधान उत्पन्न किए और महामारी की रोकथाम के लिये देश भर में लगाए गए लॉकडाउन ने भी बाधाएं पैदा की. कारखाने, डिपो, परिवहन, वेंडर पूरी आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई.

उन्होंने कहा कि जैसे ही लॉकडाउन की पाबंदियों में ढील दी गई, कंपनी ने वितरण को महामारी से पहले के स्तर पर वापस लाने और ग्रामीण और भीतरी इलाकों में पहुंच बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया.

उन्होंने कहा कि कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे अनिश्चितता को देखते हुए कंपनी ने तत्काल लागत कम करने पर ध्यान दिया.

इसके लिये आपूर्ति श्रृंखला की दक्षता को बढ़ाया गया, कच्ची सामग्रियों की बर्बादियां कम की गईं और लागत और व्यय को व्यवस्थित किया गया.

बेरी ने कहा कि कंपनी ने मौजूदा परिस्थिति के मद्देनजर मांग में तेजी को देखते हुए मीडिया और विज्ञापन पर किए जाने वाले व्यय को भी व्यवस्थित किया है, उन्होंने कहा कि कंपनी उपभोक्ता प्राथमिकता, वितरण मॉडल और अल्पकालिक परिवर्तन पर कोविड-19 के प्रभाव का लगातार अध्ययन कर रही है.

गौरतलब है कि पिछले महीने पारले-जी ने शानदार कारोबार का आंकड़ा पेश किया था. कंपनी ने कहा था कि बिक्री के मामले में 82 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है. कंपनी का कुल मार्केट शेयर करीब 5 फीसदी बढ़ने हवाला दिया गया था  और इसमें से 80-90 फीसदी ग्रोथ पारले-जी की सेल से हुई थी.

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com