पीएम नरेंद्र मोदी आज पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं. जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी कोलकाता पहुंच चुके हैं. जहां बीजेपी नेता सव्यसाची दत्ता, सांसद सौमित्र खां ने दमदम एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया. कोलकाता एयरपोर्ट से पीएम मोदी हेलिकॉप्टर के जरिए हल्दिया पहुंचे.
पीएम मोदी ने हल्दिया में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए सबसे पहले उत्तराखंड में हुई त्रासदी की जानकारी लोगों के साथ साझा की और बताया कि मैं लगातार अपडेट ले रहा हूं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लिए पूरा देश प्रार्थना कर रहा है.
पीएम मोदी ने कहा, “उत्तराखंड का हौसला आपदा को मात दे सकता है. वहां लोगों को बचाने के काम जारी है. रेस्क्यू का काम तेज़ी से चल रहा है. उत्तराखंड में ऐसे परिवार मुश्किल से मिलते हैं जिनका कोई न कोई सदस्य फौज में न हो. यानि वहां के लोगों का हौसला, किसी भी आपदा को मात दे सकता है. वहां के लोग के लिए मैं प्रार्थना कर रहा हूं, बंगाल प्रार्थना कर रहा है, देश प्रार्थना कर रहा है.”
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत सहित पूरी दुनिया को राह दिखाने वाली धरती बंगाल को मैं सर झुकाकर नमन करता हूं. अपनी बात आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा, “पिछली बार मैं नेताजी मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी की जन्म जयंती पर बंगाल आया था. आज हल्दिया सहित पश्चिम बंगाल के विकास से जुड़ी करीब 5,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास करने के लिए आपके बीच आया हूं. कोलकाता में साढ़े 8 हजार करोड़ रुपये की लागत से नया प्रोजेक्ट शुरू हो रहा है. बजट में चाय बागान पर खास ध्यान दिया गया.”
पीएम मोदी ने अपने भाषण में आगे कहा कि आज मैं एक सवाल पूछना चाहता हूं कि पश्चिम बंगाल गुलामी के दौर में अन्य राज्यों से काफी आगे था. बंगाल में हर इंफ्रास्ट्रक्चर था, नौकरियों के तमाम अवसर थे. बंगाल के लोगों को जो इज्जत आज मिलती है उसकी वजह वो कालखंड ही है जिसने देश का मार्गदर्शन किया है. लेकिन आखिर क्यों बंगाल विकास की उस गति को बरकरार नहीं रख पाया. ऐसा क्या हो गया कि अन्य राज्यों के बंदरगाह व्यापार का केंद्र बनते गए और पश्चिम बंगाल पीछे रह गया.
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल की स्थिति का सबसे बड़ा कारण है यहां की राजनीति, यहां विकास वाली राजनीति नहीं हो पाई. पहले कांग्रेस ने शासन किया तो भ्रष्टाचार का बोलाबाला रहा. लेफ्ट के शासनकाल में भ्रष्टाचार और अत्याचार का बोलबाला हुआ और विकास ठप पड़ गया. जिसके बाद ममता ने परिवर्तन का वादा किया, लोगों ने भरोसा किया.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि बंगाल के लोगों की ममता की अपेक्षा थी लेकिन वह निर्ममता का शिकार हो गया. 10 साल के शासनकाल में यह साफ हो गया कि ये कोई परिवर्तन नहीं बल्कि लेफ्ट का पुनर्जीवन ही है. इससे पश्चिम बंगाल में गरीबी का दायरा बढ़ता गया, उद्योगों में ताले लगते गए.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत को बदनाम करने की अंतर्राष्ट्रीय साजिश रची जा रही है. चाय और योग जैसी चीजों पर हमला किया जा रहा है. लेकिन क्या आपने दीदी के मुंह से इन साजिशों के खिलाफ एक भी शब्द सुना है. मैं इन षड्यंत्रकारियों से कहना चाहता हूं कि देश इन सभी षड्यंत्रों का पूरे जोर से जवाब देगा.
अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने किसान सम्मान निधि का भी जिक्र किया और कहा कि ये पूरा देश देख रहा है कि किसानों के नाम पर कौन राजनीतिक रोटी सेंक रहा है और कौन किसानों की स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रहा है. मैं आज यहां घोषणा करने आया हूं कि यहां चुनाव के बाद बीजेपी सरकार बनने पर पहली कैबिनेट मीटिंग में केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे किसानों के हितकारी योजनाओं को तेज करने का फैसला लिया जाएगा इसके साथ ही अब तक के रुके हुए धन को भी किसानों को दिया जाएगा. इसके साथ ही पीए मोदी ने नारा लगाया, ‘किसान का हक हम देकर रहेंगे.’
टीएमसी पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल फुटबॉल से प्यार करने वाला राज्य है इसलिए मैं फुटबॉल की भाषा में कहना चाहता हूं कि टीएमसी ने कई फाउल कर लिए हैं. बंगाल के लोग सब देख रहे हैं. इसीलिए बंगाल के लोग जल्द ही टीएमसी को रांग कार्ड दिखाने वाला है. बुआ और भतीजावाद को खत्म करने का मन आप लोग बना चुके हैं.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि बंगाल में हमारी लड़ाई टीएमसी से है लेकिन साथ ही इनके छिपे हुए साथियों से भी सतर्क रहना है. लेफ्ट, टीएमसी और कांग्रेस परदे के पीछे मैच फिक्सिंग कर रहे हैं. ये दिल्ली में एक साथ बैठकर रणनीति बनाते हैं. ये एकदूसरे से लड़ने का सिर्फ दिखावा करते हैं. इनको वोट देने का मतलब है कि परदे के पीछे चल रहे खेल का शिकार हो जाना. इसलिए हमें सतर्क रहना है और दूसरों को भी सावधान करना है.