विधानसभा चुनाव के पहले बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने फिर अपना आपा खो दिया है. गुरुवार को कोलकाता के गीतांजलि स्टेडियम में अनुसूचित जाति और जनजातियों को सम्मेलन आयोजित किया गया था.
टीएमसी द्वारा आयोजित उस सम्मेलन के दौरान जब ममता बनर्जी ने बोलना शुरू किया, तो कुछ लोग उठ कर मांग करने लगे. इससे ममता बनर्जी बिफर गईं. उन्होंने पुलिस से कहा कि पुलिस क्यों नहीं इन्हें नियंत्रित करती है. कोई दुर्घटना ही घट सकती है.
ममता बनर्जी ने कहा, “मुझे कोई धमका कर कोई काम नहीं करवा सकता है. सभी को पहचानती हूं. यदि कोई मुझे ब्लैकमेलिंग करेंगे, तो मुझे ब्लैकमेल नहीं कर पाएंगे. जाएं, जहां जाना है. आप वोट भी नहीं देंगे, तो हमारी सरकार बन जाएगी.”
ममता बनर्जी ने कहा कि प्रत्येक मीटिंग में कुछ लोगों को जानबूझ कर भेज दिया जाता है और जब मैं बोलना शुरू करती हूं, तो मुझे डिस्ट्रर्ब किया जाता है. मु्झे डिस्टर्ब नहीं करें. भगवान भी सब कुछ नहीं कर सकता है. सब भगवान नहीं बचा सकता है.
कई वर्ष तक परिश्रम करते हैं. सभी यह बोले कि मुझे यह चाहिए हो चाहिए. इतना देने के बावजूद भी अभी भी लोग मांग रहे हैं. क्या नहीं दिया. कन्याश्री से लेकर सब तरह की योजनाएं दी हैं. लोगों के लिए कुछ करना ही मेरे जीवन का लक्ष्य है. केवल बीजेपी के कुछ लोगों को सुनकर यह सब किया जाता है.