पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली से नेता आते हैं. वे बाहरी हैं. उन्हें बंगाल की संस्कृति की जानकारी नहीं हैं. वे गांधी जी का भी सम्मान नहीं करते हैं. वे बंगाल में आकर घृणा, संकीर्णता और विद्वेष की राजनीति कर रहे हैं. वह Hate Politics और दंगा की राजनीति कर रहे हैं.

बोलपुर के जामबनी में सभा को संबोधित करते हुए कहा ममता बनर्जी ने कहा, “शांतिनिकेतन पवित्र जगह है. बीरभूम में आएंगे और रविंद्र नाथ टैगोर को प्रणाम नहीं करेंगे. ऐसा नहीं हो सकता है. कुछ दिनों से देख रही हैं कि जिस तरह से विश्व कवि रविंद्र नाथ, विश्व भारती और अमर्त्य सेन भी आक्रमण किए जा रहे हैं. उन्हें भी नहीं छोड़ा जा रहा है. उसी के विरोध में यह पदयात्रा थी. कवि गुरु जिनके साथ हैं. उन्हें किसी की चिंता नहीं हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बंगाल दौरे के दौरान बोलपुर में रोड शो के जवाब में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार दोपहर को बीरभूम जिले के बोलपुर में पदयात्रा कीं. पदयात्रा को लेकर भारी भीड़ उमड़ी और टीएमसी समर्थकों को सैलाब उमड़ पड़ा था. ममता बनर्जी हाथ में एकतारा लेकर लगभग साढ़े चार किलोमीटर तक पैदल मार्च कीं. उन्होंने बोलपुर के डाक बांग्ला मोड़ से लेकर जामबनी मोड़ तक पदयात्रा कीं.
ममता बनर्जी ने कहा, “रविंद्र नाथ टैगोर पहले ही ‘सोनार बांग्ला’ की बात कह गए थे. किसी को फिर से ‘सोनार बांग्ला ‘का सपना देखने की जरूरत नहीं है. बीजेपी के दिल्ली नेता जो बाहरी है, जो बंगाल के संस्कृति, रविंद्र नाथ, नजरूल, नेता जी और गांधी को सम्मान नहीं देते हैं. बोल गए थे कि रविंद्र नाथ का जन्म शांतिनिकेतन में हुआ था, जबकि उनका जन्म जोड़ासांकू में हुआ था. विश्व भारती को लेकर धर्मांध राजनीति चल रही है. संकीर्ण, विद्वेषमूलक, घृण राजनीति की जा रही है. हिंदू धर्म भी जानते हैं. विवेकानंद, रामकृष्ण, मां तारा, दक्षिणेश्वर को जानना होगा.
उन्होंने कहा, “राष्ट्रगान को भी परिवर्तन करेंगे. उसे टच करके देखें. बंगाल की संस्कृति को तोड़ने के लिए साजिश चल रही है. बंगाल के चुनाव को लेकर फाइव स्टार खाना लेकर आ रहे हैं और दिखा रहे हैं आदिवासियों पहरेदार हैं. अनुसूचित जाति और आदिवासी को अपमान करने का अधिकार नहीं है.”
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