तृणमूल कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ‘बंगाल की बेटी’ बताते हुए शनिवार को ‘बंगाल को चाहिए अपनी बेटी’ का नारा दिया और ‘स्थानीय बनाम बाहरी’ के मुद्दे पर बहस को और बढ़ा दिया। इसके अलावा पार्टी ने ‘बांग्ला निजेर मैयेके चैये’ का नया नारा भी दिया है।
इस नारे के साथ बनर्जी की फोटो वाले होर्डिंग समूचे कोलकाता में लगाए गए हैं। सत्तारूढ़ पार्टी ने ईएम बाईपास के पास स्थित अपने मुख्यालय से आधिकारिक रूप से इसकी शुरुआत की। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि राज्य के लोग अपनी बेटी चाहते हैं जो पिछले कई साल से मुख्यमंत्री के रूप में उनके साथ है। हम बंगाल में किसी बाहरी को नहीं लाना चाहते हैं। तृणमूल कांग्रेस की भाजपा के साथ तल्ख राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता चल रही है और वह पार्टी (भाजपा) के नेताओं को बाहरी कहती है जो राज्य में ‘चुनावी सैर सपाटे’ के लिए आए हैं।
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने ‘बांग्ला निजेर मैयेके चैये’ का नारा भी दिया है। पार्टी के नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने इसे जारी करते हुए इसका अर्थ भी बताया। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग इसकी व्याख्या करें। पिछले 10 सालों में और आगामी चुनाव में हमने ये चार शब्द जनता के बीच रखे हैं। इन चार शब्दों का अर्थ है, बुनियादी ढांचे से संबंधित कार्य, शिक्षा, खेती या उद्योग। इन्हीं क्षेत्रों के लिए तृणमूल सरकार ने काम किया है।