भारतीय मौसम विभाग ने बुधवार को दिल्ली और मुंबई में हल्की बारिश की भविष्यवाणी की है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों में आंधी पानी के साथ वज्रपात की चेतावनी जारी की गई है। विभाग ने कहा है कि कोंकण, गोवा, सिक्किम, असम और मेघालय के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वोत्तर के राज्यों सहित आंतरिक कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने कर्नाटक, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई है। दक्षिण पश्चिम और पश्चिम मध्य अरब सागर में ऊंची लहरें उठ सकती हैं। मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है।
मुंबई में तेज उमस के बाद बारिश होने लगी है। मुंबई में आमतौर पर मानसून 10 जून को पहुंचता है तो इस बार दो सप्ताह की देरी से पहुंचा है। पिछले एक दशक में सबसे लंबा विलंब रहा है। मानसून की देरी की वजह से मुंबई में लोगों को पीने के पानी की मुश्किलें पैदा हो गई थीं। जिन जलाशयों से मुंबई के पानी की आपूर्ति होती थी, वहां का जलस्तर मात्र पांच फीसद रह गया था। मौसम विभाग ने अपने एक ट्विट में कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के बादल मुंबई समेत समूचे महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश पर छा गये हैं। दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र में भी मानसून के सक्रिय होने की पुष्टि कर दी है। मध्य प्रदेश में बारिश होने के साथ ही बुवाई शुरु हो गई है। दलहन व तिलहन की फसलों की बुवाई चालू हो गई है। उत्तरी राज्यों के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ के चलते बादल छाए हुए हैं, जो कभी भी बरस सकते हैं। अरब सागर के तटीय क्षेत्रों में तेज हवाएं और बारिश शुरु हो गई है।