बोमन ईरानी की अदाकारी के सब कायल हैं. अब बोमन एक और बेहद दिलचस्प किरदार में दिखेंगे और वो है रियल लाइफ किरदार, नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी का. बोमन की इस फिल्म का नाम ‘झलकी’ है जिसके निर्देशक ब्रह्मानन्द सिंह हैं.
मिर्ज़ापुर में बोमन का पार्ट फिल्माया गया. बेहद गर्मी के बावजूद बोमन का कहना है कि उन्हें इस रोल को निभाने में बहुत मजा आया. फिल्म ‘झलकी’ की कहानी है एक ऐसी लड़की की कहानी है जो अपने भाई की तलाश कर रही है जो बतौर बाल मजदूर काम करते हुए अचानक गायब हो जाता है.
बोमन के मुताबिक वो अभी तक कैलाश सत्यार्थी से मिले नहीं हैं लेकिन जल्द उनसे मुलाकात करेंगे. उन्होंने कैलाश सत्यार्थी उनके किरदार को समझने के लिये के कई विडियोज देखें. ख़ासकर जब कैलाश जी को नोबेल पुरस्कार मिला था उस वक़्त का वीडियो जिसमें पाकिस्तानी एक्टिविस्ट मलाला युसुफ़ज़ई के साथ जो उनकी बातचीत थी वो बोमन को बहुत पंसद आई. बोमन का ये भी मानना है कि कैलाश सत्यार्थी एक ऐसा नाम हैं जिन पर सिर्फ भारत को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को उन पर गर्व है.
बता दें कि कैलाश सत्यार्थी ने बाल मज़दूर की खिलाफ के 1980 में अपनी संस्था ‘बचपन बचाओ आन्दोलन’ की शुरुआत की थी और अबतक 144 देशों से 83000 हजार बच्चों के हक के लिये लड़े हैं. बोमन ईरानी की एक्टिंग की सब तारीफ करते हैं, उम्मीद है कैलाश सत्यार्थी के रोल में भी वो खरे उतरेंगे.