बॉलीवुड से एक दुख की खबर आई है। पचास और साठ के दशक में हिंदी सिनेमा की बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक श्यामा का मंगलवार को मुंबई में निधन हो गया। वो 82 साल की थीं। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक मुंबई के मरीन लाइंस में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। अपने 40 साल से अधिक के करियर में करीब 175 फिल्मों में काम कर चुकीं श्यामा का असली नाम ख़ुर्शीद अख़्तर था लेकिन निर्देशक विजय भट्ट ने उन्हें श्यामा नाम दिया था।
बॉलीवुड में दी एक से बढ़कर क हिट फिल्म
श्यामा को गुरुदत्त की आर पार में उनके अभिनय के लिए याद रखा जाता है। बॉलीवुड की 175 फिल्मों में काम कर चुकी अपने जमाने की बड़ी अभिनेत्री की मौत से पूरा बॉलीवुड गम में डूब गया है। अपने समय की ये बहुत फेमस अभिनेत्री थी एक दौर ऐसा था जब इस अभिनेत्री ने एक के बाद एक हिट फ़िल्में बॉलीवुड में दी थी। श्यामा को फिल्म ‘मिलन’ में काम करने के लिए फिल्मफेयर का बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला था। श्यामा को गुरुदत्त की आर पार में उनके अभिनय के लिए याद रखा जाता है।
फिल्म शारदा के लिए मिला था बेस्ट स्पोर्टिंग एक्ट्रेस का अवॉर्ड
श्यामा को फिल्म बरसात की रात, सावन भादो दिल दिया दर्द लिया जैसी फिल्मों में काम किया था। साल 1980 में आई पायल की झंकार उनकी आखिरी फिल्म थी। फिल्म शारदा के लिए उन्हें फिल्म फेयर का बेस्ट स्पोर्टिंग एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला था। उन्होंने 1953 में पने समय के मशहूर सिनेमेटोग्राफर फली मिस्त्री से शादी की थी|
इस साल पद्मश्री पुरस्कार से हुई थी सम्मानित
आपको याद होगा इसी साल पद्मश्री से सम्मानित अभिनेता को पिछले साल त्वचा के कैंसर का पता चला था और तभी और र तभी से उनका इलाज चल रहा था। आपकी जानकारी के लिए हम बता दें की इस बड़े अभिनेता को इस महीने की शुरुआत में तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें सैफी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।