त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर जिले में सियासी सरगर्मी तेज है। चुनावी मैदान में कई दिग्गजों के आने से मुकाबला रोचक होता जा रहा है। जौनपुर जिले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह ने शनिवार को जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन किया। वह वार्ड संख्या 45 (सिकरारा तृतीय) से उम्मीदवार हैं। श्रीकला सिंह के नामांकन के बाद जिले के सियासी हलके में खलबली मची हुई है। उनके पति धनंजय सिंह हाल में ही जेल से जमानत पर छूटे हैं। अजीत सिंह हत्याकांड में साजिश रचने के आरोपी धनंजय की पुलिस को तलाश है।
मल्हनी विधानसभा के उपचुनाव में श्रीकला सिंह ने पति के समर्थन में जमकर प्रचार किया था। इस दौरान प्रचार के अलग-अलग तरीकों के कारण वह चर्चा में रहीं। अब जिला पंचायत सदस्य पद से नामांकन करते हुए वह खुद जिले से अपने नए सियासी सफर की शुरुआत कर रही हैं।
नामांकन के दौरान उनके साथ एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंसू सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे। जौनपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष का पद महिलाओं के लिए आरक्षित है। सदस्य के तौर पर श्रीकला सिंह की जीत हुई तो वह अध्यक्ष पद की भी दावेदार मानी जा रही हैं।
अजीत हत्याकांड में आरोपी पूर्व सांसद धनंजय सिंह पांच मार्च को जौनपुर के खुटहन थाने में दर्ज पुराने मामले में जमानत तोड़वाकर एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट प्रयागराज में हाजिर हुए थे। उसी मामले में वह फिर से जमानत पाकर फतेहगढ़ जेल से बुधवार दोपहर रिहा हो गए थे। वह दोपहर में ही गुपचुप तरीके से अपने समर्थकों के साथ निकल गए।
इसकी खबर मिलते ही लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस के होश उड़ गए। पुलिस ने बुधवार को ही अजीत हत्याकांड में धनंजय को रिमांड पर लेने के लिये वारंट बी फतेहगढ़ जेल भेजा था। अब पुलिस का कहना है कि धनंजय की तलाश में फिर से दबिश दी जाएगी। उनके मामले में वह अभी भी आरोपी है।