प्राण प्रतिष्ठा में 54 देशों के 100 प्रतिनिधि रामलला के मेहमान होंगे। अमेरिका, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, मॉरिशस समेत कई यूरोपीय, अफ्रीकी और बौद्ध देशों के अतिथियों को आमंत्रण दिया गया है। संघ परिवार और विहिप की अंतरराष्ट्रीय शाखाओं के शीर्ष पदाधिकारी भी समारोह में शिरकत करने आएंगे।
भव्य मंदिर में रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा में देश की नामचीन हस्तियों के साथ 54 देशों के 100 प्रतिनिधि भी खास मेहमान होंगे। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अमेरिका, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, मॉरिशस समेत कई यूरोपीय, अफ्रीकी व बौद्ध देशों के अतिथियों को आमंत्रित किया है।
संघ परिवार और विहिप की अंतरराष्ट्रीय शाखाओं के शीर्ष पदाधिकारी भी समारोह में शिरकत करने आएंगे। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद के समन्वय से 22 जनवरी के भव्य आयोजन को इतिहास में दर्ज कराने की तैयारी की है।
इसे वैश्विक स्वरूप दिए जाने की योजना को भी अमल में लाया गया है। इसी दृष्टि से दीपोत्सव की तर्ज पर विदेशी मेहमानों को समारोह में आने का न्योता दिया है। इनमें कुछ देशों के राजनयिक भी शामिल हैं।
ट्रस्ट के निर्देशन में अतिथियों के आमंत्रण की जिम्मेदारी निभा रहे विहिप के वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि 22 जनवरी की ऐतिहासिक तारीख का उल्लास सिर्फ भारत ही नहीं विश्व के कई देशों में छाया है। इसी के चलते उनका भी प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है।
बॉलीवुड के साथ दक्षिण भारत की फिल्मी हस्तियों को न्योता
बॉलीवुड के साथ दक्षिण भारत की कई जानी-मानी फिल्मी हस्तियां भी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में नजर आएंगी। दक्षिण भारत के कई राज्यों के रहने वालों की भगवान राम के प्रति विशेष आस्था को देखते हुए रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से इन्हें निमंत्रण दिया गया है। इनमें प्रमुख रूप से पूरे भारत में पहचान रखने वाले चेहरों को चयनित किया गया है। दक्षिण के जिन बड़े नामों को आमंत्रण दिया गया है उनमें रजनीकांत, चिरंजीवी, प्रभास, धनुष और मोहन लाल शामिल हैं।
सवा लाख दीपों में झलकी प्राण प्रतिष्ठा की खुशी
रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर अयोध्या धाम में हर्ष का माहौल है। रामभक्त अपने तरीके से उत्सव मनाकर खुशी का इजहार कर रहे हैं। इसी कड़ी में श्रीकृष्ण सेवा संस्थान बीकानेर, राजस्थान की ओर से सरयू तट के सहस्रधारा आरती घाट पर मंगलवार शाम को सवा लाख दीप जलाकर दीपोत्सव मनाया गया।
उसके बाद सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। श्रीकृष्ण सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्याम सुंदर सोनी ने कहा कि पांच सौ वर्ष के बाद 22 जनवरी को श्रीरामलला अपने भव्य, दिव्य, नव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं। यह हम सबके लिए खुशी और गर्व का विषय है।
108 लंबी अगरबत्ती की खुशबू से महकी अयोध्या
गुजरात से आई 108 फीट लंबी अगरबत्ती की खुशबू से रामनगरी मंगलवार को महक उठी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने अंतरराष्ट्रीय बस स्टैंड पर पूजन-अर्चन के बाद अगरबत्ती जलाई तो जय श्रीराम का जयघोष गूंज उठा। गुजरात निवासी बिहा भाई बरवाड़ ने बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा के लिए बनाई गई 3,610 किलो वजनी व 108 फीट लंबी इस अगरबत्ती को बनाने में गाय के घी व हवन सामग्री का इस्तेमाल किया गया है।
यह अगरबत्ती 44 दिन तक जलती रहेगी। विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि विशालकाय अगरबत्ती को राम जन्मभूमि परिसर तक पहुंचाना संभव नहीं था। ऐसे में उसे शहर से सटे अयोध्या धाम बस स्टैंड परिसर के अंदर ही रखकर यही जलाया गया है। रामभक्तों की ओर से आ रहे भेंट का सम्मान करना धर्म है। ऐसे में ट्रस्ट अध्यक्ष व मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास ने इसे स्वीकार किया और अपने हाथों से जलाया।