प्राइवेट परीक्षा व्यवस्था तत्काल प्रभाव से बंद कर दी गई है। इसके बाद अगले शैक्षिक सत्र में स्नातक और पीजी स्तर की कक्षाओं में प्रथम वर्ष की प्राइवेट परीक्षा बंद कर दी जाएगी।
इसके बाद हर साल क्रमवार द्वितीय, तृतीय वर्ष में दोनों स्तरों पर प्राइवेट परीक्षा की व्यवस्था बंद कर दी जाएगी। इसी क्रम में मुक्त विवि की दूरस्थ शिक्षा व्यवस्था को लागू किया जाता रहेगा।
राज्य के स्नातक और पीजी स्तर पर प्राइवेट पढ़ाई भविष्य में नहीं होगी। सरकार ने शैक्षिक सत्र 2017-18 से व्यक्तिगत परीक्षा की व्यवस्था खत्म कर दी है। इसकी जगह मुक्त विश्वविद्यालय से दूरस्थ मोड में पढ़ाई की जा सकेगी।
स्नातक और पीजी स्तर पर प्राइवेट मोड में पढ़ाई करा रहे कुमाऊं और श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय को इस बाबत आदेश जारी कर दिए गए हैं। अगले शैक्षिक सत्र से ये प्राइवेट से पढ़ाई कर रहे सभी छात्र मुक्त विश्वविद्यालय में शिफ्ट हो जाएंगे। सरकार की हरी झंडी के बाद अपर सचिव-उच्च शिक्षा नितिन भदौरिया ने इस बाबत आदेश जारी कर दिए।
मुक्त विवि से दूरस्थ मोड में पाठ्यक्रम के बाबत नियमित रूप से विवि के विशेषज्ञ गाइड लाइन देते रहेंगे। साथ ही नियमित रूप से पाठ्य सामग्री भी मिलेगी। यह बात जरूर है कि प्राइवेट के बजाए मुक्त विवि में दो से तीन गुनी फीस जरूर चुकानी होगी।