प्रयागराज : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर साल भर बाद फिर डराने लगी है। बेलगाम हुआ संक्रमण खतरे का संकेत भी है। बुधवार को करीब डेड़ महीने बाद पांच हजार से अधिक 5149 लोगों की कोविड जांच की गई। उपचार के दौरान दो लोगों की मौत भी हुई। संक्रमण से हुई मौतों का सिलसिला तीसरे दिन भी जारी रहा।
होली के पहले तक जिन लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही थी, उनमें लक्षण परिलक्षित नहीं थे। बुधवार को जांच कराने केंद्रों पर पहुंचे 70 फीसदी लोग सर्दी, जुकाम और बुखार से पीड़ित रहे। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ एके तिवारी के मुताबिक इनमें अधिकतर ऐसे लोग शामिल हैं जिनका हाल ही का यात्रा इतिहास रहा है, लेकिन वह जांच कराने से बचते रहे। पॉजिटिव पाए गए संक्रमित सेम्टोमैटिक हैं। वहीं दस फीसदी लोगों में सांस लेने की दिक्कत समेत अन्य परेशानियां हैं।
बुधवार को संक्रमित मिले लोगों में बैंक ऑफ बड़ौदा टैगोर टाउन शाखा के मैनेजर, कर्मचारी, एक लोको पायलट, इंजीनियर और अधिवक्ता शामिल हैं। जिले के एक वरिष्ठ अफसर संक्रमण की आशंका से क्वारंटीन हो गए हैं। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव है या नहीं, इसकी पुष्टि करने को किसी भी विभाग के अफसर तैयार नहीं हैं। उन्हें हल्का जुकाम भर है, लेकिन उन्होंने जांच ही नहीं संक्रमण के बारे में पूरी गोपनीयता बरती है।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ एके तिवारी के मुताबिक जिले में बुधवार को हुई दो संक्रमितों की मौत के साथ अब तक 414 लोगों की जान जा चुकी है। बुधवार को जिन दो लोगों की मौत बताई गई, उनमें मंगलवार शाम एसआरएन में हुई उस मौत को शामिल किया गया है जो वाराणसी से यहां आए थे। वहीं विभाग ने दस दिन पहले जारी मौत के आंकड़ों को संशोधित किया है। 20 मार्च तक जिले में 394 मौत का आंकड़ा था। जिसे पोर्टल पर अपडेट किया गया है। बताया गया कि प्रयागराज निवासी जिन संक्रमितों की दिल्ली, लखनऊ के अस्पतालों में मौत हुई, उन्हें आंकड़ों में शामिल कर पोर्टल पर मृत्यु संख्या दुरुस्त की गई है।