झारखंड विकास मोर्चा द्वारा प्रदीप यादव काे कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने पर प्रदीप ने कहा कि बाबूलाल मरांडी कभी कहा करते थे कि कुतुबमीनार से कूद जाऊंगा पर भाजपा में नहीं जाऊंगा। रेल की पटरी के नीचे आ जाऊंगा पर भाजपा नहीं ज्वाइन करूंगा। हिमालय की तराई में जाकर तपस्या करना पसंद करूंगा या खेतीबाड़ी करना पसंद करूंगा लेकिन भाजपा ज्वाइन करना पसंद नहीं करूंगा। मैं तो वह कुतुबमीनार ढूंढ रहा हूं।
नोटिस जारी कर भाजपा में विलय की राह आसान
झारखंड विकास मोर्चा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भाजपा में शामिल होने की राह आसान कर रहे हैं। विलय का विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की ने विरोध किया है। बंधु तिर्की को पहले ही संगठन से निष्कासित किया जा चुका है। उनपर विधानसभा चुनाव के दौरान अनुशासनहीनता और भितरघात का आरोप है। उधर मंगलवार को झाविमो ने प्रदीप यादव को भी कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया।
झाविमो के प्रधान महासचिव अभय सिंह की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि प्रदीप यादव लगातार कांग्रेस के कार्यक्रमों में जा रहे हैं। उन्होंने सीएए के विरोध में कांग्रेस की रैली में भाग लिया और कांग्रेस नेताओं की प्रशंसा की। यह अनुशासनहीनता के दायरे में आता है। उन्होंने 48 घंटे में नोटिस का जवाब मांगा है। इधर झाविमो की कार्रवाई पर पोड़ैयाहाट विधायक ने प्रदीप यादव के तेवर तल्ख हैं।
देर शाम गोड्डा स्थित अपने आवास में मीडिया से मुखातिब प्रदीप ने कहा कि अब वे बाबूलाल मरांडी को नोटिस भेजेंगे। उन्होंने कहा कि बीते 24 दिसंबर को विधायक दल की बैठक में मुझे बतौर विधायक दल का नेता बनाया गया था। सदन के पटल पर पार्टी की ओर से इसका प्रस्ताव भी रखा गया था। ऐसे में मेरी गैर हाजिरी के बिना विधायक दल की बैठक कैसे बुलाई गई।
साथ ही मेरी स्वीकृति के बिना नेता को पद से हटाने की बात कैसी कही जा रही है। प्रदीप ने कहा कि वे अब भी झाविमो विधायक दल के नेता हैं। बिना विधायक दल की बैठक के उन्हें नोटिस भेजना पार्टी संविधान के विरुद्ध है। नियमत: नोटिस भेजने का अधिकार उन्हें है, जो लगातार पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त देखे जा रहे हैं। ऐसे में हम बाबूलाल मरांडी को नोटिस भेजेंगे।
विलय के लिए दिल्ली चुनाव परिणाम का इंतजार
इधर झारखंड विकास मोर्चा के भाजपा में विलय की प्रक्रिया की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। बाबूलाल मरांडी लगातार भाजपा की नीतियों के पक्ष में खुलकर बोलने लगे हैं। जानकारी के मुताबिक भाजपा में झाविमो के विलय की प्रक्रिया पूरी करने के लिए दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम का इंतजार किया जा रहा है। इसके बाद भाजपा के नया प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता पद की भी घोषणा होगी। गौरतलब है कि विगत विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने पद से इस्तीफा दे दिया था। अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकृत नहीं किया गया है।