उत्तर पूर्वी दिल्ली की हिंसा में मारे गए अंकित शर्मा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आ चुकी है. इंटेलिजेंस ब्यूरो में तैनात अंकित शर्मा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक उनके शरीर पर चोट के कुल 51 निशान थे.
इनमें 12 चाकू से गोदने के निशान थे जो थाई, पैर, छाती समेत शरीर के पिछले हिस्से में थे. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के हवाले से पुलिस सूत्रों ने बताया कि अंकित शर्मा के शरीर पर चाकू से वार के गहरे निशान मिले थे.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक 6 कट के निशान थे जिसमें स्क्रैच के निशान थे. बाकी 33 चोट के निशान थे जिसमें रॉड और डंडे जैसे भारी ऑब्जेक्ट से अंकित के सिर और शरीर पर वार किया गया था. रिपोर्ट के मुताबिक शरीर पर ज्यादातर रेड, पर्पल, ब्लू कलर के मार्क मिले हैं. इनमें ज्यादातर थाई और कंधे पर थे.
इससे पहले, अंकित शर्मा के शरीर पर चोट के करीब 400 निशान बताए जा रहे थे. यहां तक कि लोकसभा में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता असदुद्दीन ओवैसी को जवाब देते गृह मंत्री अमित शाह ने भी अंकित शर्मा की मौत का जिक्र किया था.
अमित शाह ने कहा था, ‘आईबी के अफसर शर्मा के शरीर पर 400 घाव लगा दिए (बाएं हाथ से गोदने का इशारा करते हुए) वो भी बोले होते तो सदन की शोभा बढ़ती.’
गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में यह भी खुलासा किया था कि अंकित शर्मा की हत्या की जांच में जुटी एसआईटी को अहम सुराग हाथ लगे हैं. एसआईटी को वह वीडियो हाथ लग गया है, जिसमें अंकित शर्मा की हत्या के राज छुपे हैं. यह वीडियो एक आम नागरिक ने भेजा है.
अंकित 25 फरवरी को गायब हुए थे. परिवार के मुताबिक वो दफ्तर से आकर बाहर लोगों को समझाने गए थे, तभी ताहिर के घर के बाहर भीड़ ने उन्हें पकड़ कर पीटा, चाकुओं से हमला किया.
अंकित के परिवारवालों ने आरोप लगाया है कि हिंसा के दौरान ताहिर हुसैन के समर्थक अंकित को खींचकर ले गए और उनकी हत्या करने के बाद शव नाले में फेंक दिया. फिलहाल इस मामले में सलमान नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा चुका है और अभी कई गिरफ्तारियां होनी बाकी है.
दिल्ली सरकार ने अंकित शर्मा के परिजनों को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा देने का ऐलान कर चुकी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मुआवजे का ऐलान किया था. दिल्ली सरकार ने मुआवजे के अलावा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया था.