हमारा शरीर के मशीन की तरह है, जिसमें खून के जरिए पोषक तत्व और ऑक्सीजन सप्लाई होता है, ताकि बॉडी फंक्शन कर सके। इसलिए ब्लड सर्कुलेशन का ठीक रहना जरूरी है। हालांकि, कुछ वजहों से ब्लड सर्कुलेशन बिगड़ सकता है, जिसके कुछ लक्षण (Poor Blood Circulation Symptoms) सबसे पहले हमारे पैरों में नजर आते हैं।
जी हां, आर्टरीज ब्लॉक होने, डायबिटीज, नर्व डैमेज जैसे कई कारणों से ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो सकता है। लेकिन अगर इस पर वक्त रहते ध्यान न दिया जाए, तो समस्या गंभीर रूप ले सकती है। आइए जानें खराब ब्लड सर्कुलेशन होने पर पैरों में क्या संकेत (Poor Blood Circulation Symptoms in Legs) नजर आते हैं।
टखनों और पैरों में सूजन
जब ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं होता, तो फ्लूइड पैरों और टखनों के टिश्यूज में जमा होने लगता है, जिसे एडीमा कहते हैं। यह सूजन अक्सर लंबे समय तक खड़े रहने या बैठे रहने के बाद और भी बढ़ जाती है। दबाने पर त्वचा पर गड्ढा-सा पड़ जाना इसका एक सामान्य लक्षण है। यह सूजन दिल की कमजोरी, किडनी की समस्या या नसों के कमजोर होने का भी संकेत हो सकती है।
पैरों का हमेशा ठंडा रहना
क्या आपके पैर हमेशा दूसरों को छूने पर ठंडे लगते हैं? अगर हां, तो यह खराब ब्लड सर्कुलेशन का एक अहम संकेत है। जब पैरों तक सही मात्रा में गर्म खून नहीं पहुंच पाता, तो वे ठंडे रह जाते हैं। यह समस्या थायरॉइड या पेरिफेरल आर्टरी डिजीज जैसी स्थितियों में भी देखी जा सकती है।
मांसपेशियों में दर्दनाक ऐंठन
खराब ब्लड सर्कुलेशन का एक और लक्षण है पैरों, खासकर जांघों, पिंडलियों या तलवों में अचानक उठने वाली तेज ऐंठन या क्रैम्प। यह ऐंठन अक्सर रात में सोते समय या एक्सरसाइज के दौरान आती है। जब मांसपेशियों को सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, तो वे सिकुड़ने लगती हैं, जिससे तेज दर्द होता और क्रैम्प आता है।
इससे बचने के लिए क्या करें?
रोज एक्सरसाइज करें- नियमित एक्सरसाइज करना ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने का सबसे असरदार तरीका है। तेज चलना, तैरना, साइकिल चलाना या जॉगिंग जैसी एरोबिक एक्सरसाइज दिल की धड़कन को बढ़ाते हैं, जिससे पूरे शरीर में ब्लड फ्लो तेज होता है। यह नसों को हेल्दी रखने में मदद करता है।
हेल्दी डाइट लें- खाने में नमक की मात्रा कम करें, क्योंकि इससे सूजन बढ़ सकती है। प्रोसेस्ड और जंक फूड से परहेज करें। इसकी जगह ताजे फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर फूड्स, जैसे- बेरीज, संतरे आदि अपनी डाइट में शामिल करें।
पैरों की मांसपेशियों के लिए एक्सरसाइज- पिंडलियों की मांसपेशियों को “दूसरा दिल” भी कहा जाता है, क्योंकि ये पैरों से खून को वापस ऊपर दिल की ओर धकेलने में मदद करती हैं। इन्हें मजबूत बनाने के लिए टो-राइज जैसी एक्सरसाइज करें।
डॉक्टर से सलाह लें- अगर पैरों में खराब ब्लड सर्कुलेशन के लक्षण दिखें, तो बिना देरी किए डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है। ये लक्षण किसी गंभीर बीमारी जैसे पेरिफेरल आर्टरी डिजीज, डायबिटीज या हार्ट डिजीज का संकेत भी हो सकते हैं।