पंजाब के मुख्यंत्री रविवार को संगरूर दौरे पर थे। सुबह उन्होंने धूरी में दो नई सड़क परियोजनाओं का शुभारंभ किया और दोपहर में वह अपने पैतृक गांव सतौज पहुंचे। गांव पहुंचने पर सीएम भावुक हो गए।
मुख्यमंत्री भगवंत मान रविवार को संगरूर स्थित अपने पैतृक गांव सतौज पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपने करीबियों, सहपाठियों और दोस्तों को रिश्तों व भावुकता की डोर से बांधने का प्रयास किया। मुख्यमंत्री ने अपने अंदाज में कहा कि सत्ता विच्च आण तो पहलां मैं कहया सी खेतां विच्च ऐनी बिजली दे दूं कि मोटरां बंद करा दूं। हुण साडे किसान खेतां दीआं मोटरां बंद करदे ने।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपनी जड़ें नहीं भूल सकते। अपने गांव में आकर उन्हें सुकून मिलता है। जब अपनों का साथ हो तो कोई तूफान व आंधी भी गिरा नहीं सकती है। इसी मिट्टी में खेला हूं, पढ़ा हूं। उन्होंने कहा कि गांव के बेटे को मुख्यमंत्री के तौर देखकर सभी गांववासियों का सिर गर्व से ऊंचा होता होगा। सीएम की भावुक भरी बातों से उनके गांव के लोग शांत होकर बैठे रहे और उनकी बातों को ध्यान लगाकर सुनते रहे
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि सरकार के पास अब तीनों थर्मल प्लांटों में 27 दिनों का कोयला पड़ा है। कोयले की सप्लाई तो अब दो तीन दिन रोकनी पड़ती है। जबकि पहले की सरकारों में रोजाना खबरें आती थीं कि कोयले दो दिन का बचा है। पंजाब कभी भी अंधेरे में डूब सकता है। उनकी सरकार ने हालात बिल्कुल बदल दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने पंजाब में वजनी कबड्डी शुरू करने का आह्वान करते कहा कि गांव सतौज से इसकी शुरुआत करेंगे। वजनी कबड्डी को सरकार बढ़ावा देगी और इसके बड़े स्तर पर मुकाबले करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दो अक्तूबर से 10 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की योजना शुरू होगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने गांव के विकास के लिए 1.75 करोड़ रुपये का चेक पंचायत को दिया।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal