ग्राहकों को सेविंग्स और वेल्थ मैनेजमेंट की सुविधा देने के बाद पेटीएम अब जल्द फॉरन एक्सचेंज और क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट्स की सुविधा की शुरुआत करने जा रहा है। पेटीएम यह कदम अपने पेमेंट्स बैंक के जरिए उठाएगा। इसके लिए उसे आरबीआई से ऑथराइज्ड डीलरशिप लाइसेंस मिल चुका है।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने इस संबंध में कोई कॉमेंट नहीं किया, लेकिन सूत्रों ने ईटी को बताया कि हाल में बना यह बैंक फॉरन एक्सचेंज सर्विसेज शुरू करने वाला है और आने वाले समय में यह अपने ग्राहकों के लिए क्रॉस-बॉर्डर रमिटन्स सर्विसेज भी शुरू कर सकता है।
एक पेमेंट्स कंपनी के टॉप एग्जिक्युटिव ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, ‘पेमेंट्स के साथ शुरुआत कर चुका पेटीएम धीरे-धीरे दूसरी फाइनैंशल सर्विसेज की ओर कदम बढ़ा रहा है। फॉरन एक्सचेंज कन्वर्जन से शुरुआत कर यह क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट्स की सुविधा भी शुरू कर सकता है।’
देश में फॉरन करंसी डीलिंग का काम आरबीआई से लाइसेंस मिलने के बाद होता है। आरबीआई इस प्रक्रिया पर अपनी कड़ी निगरानी रखता है। करंसी डीलिंग के लिए बैंकों को ऑथराइज्ड डीलरशिप (एडी 1) कैटेगरी में लाइसेंस दिया जाता है, तो वहीं दूसरों को लाइसेंस एडी-2 कैटेगरी में दिया जाता है।
इसको लेकर फिनो बैंक के सीईओ ऋषि गुप्ता ने कहा, ‘एडी-2 लाइसेंस मिलने के साथ हम क्रॉस-बॉर्डर लेनदेन की सुविधा शुरू कर सकेंगे। अगले तीन महीनों में हम फॉरन एक्सचेंज से जुड़ी दूसरी सेवाएं भी शुरू कर सकते हैं।’
गुप्ता ने बताया कि मुंबई स्थित हेडक्वॉर्टर वाला उनका बैंक देश से बाहर पैसा भेजने की सेवा देगा और विदेश से भारत में पैसा भेजने की सुविधा देने के लिए उसने MTSS लाइसेंस के लिए आवेदन किया है।
साल 2016 में पेटीएम ने अपने भारतीय ग्राहकों की खातिर भारत से बाहर उबर राइड्स के लिए पेमेंट्स सुविधा शुरू करने की योजना के बारे में बात की थी। तब उसने कहा था कि वह दिग्गज चाइनीज पेमेंट कंपनी अलीपे से टाईअप करेगी, लेकिन बाद में उसे ऐसा प्रॉडक्ट वापस लेना पड़ा था। अब कई तरह की रेग्युलेटरी मंजूरियां और लाइसेंस हासिल कर चुका यह बैंक अपने ग्राहकों के लिए ऐसे कई फीचर्स शुरू कर सकता है।