सीतापुर से बहुजन समाज पार्टी की पूर्व नेता कैशर जहां आज कांग्रेस का ‘हाथ’ थामेगी. बताया जा रहा है कि उन्होंने पार्टी लोकसभा टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर छो़ड़ी. अब बीएसपी इस सीट से नकुल दुबे को उतार रही है. बता दें कि नकुल दुबे सतीश चंद्र मिश्रा के नजदीकी माने जाते हैं.
उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीट सीतापुर अभी भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है. बीजेपी के राजेश वर्मा ने 2014 में यहां बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार को करारी मात दी थी. इस सीट पर कुर्मी समुदाय के लोगों का प्रभाव रहा है. 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन होने से एक बार फिर यहां का मुकाबला दिलचस्प हो गया है.
क्या हुआ था 2014 लोकसभा में इस सीट पर
पिछले लोकसभा चुनाव में यहां बहुजन समाज पार्टी का दामन छोड़ भारतीय जनता पार्टी में आए राजेश वर्मा ने जीत हासिल की. उन्होंने कैसर जहां को हराया था. कैसर जहां 2009 में यहां से सांसद रह चुकी हैं.