पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इसमें कहा जा रहा है कि वाजपेयी का निधन 29 मार्च को हो गया. कई लोगों ने तो उन्हें श्रद्धांजलि तक दे रहे हैं. मैसेज में कहा जा रहा है कि बीजेपी ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की पुष्टि की है.
लेकिन हम आपको बता दें कि यह खबर पूरी तरह झूठी है. इस तरह की कोई भी जानकारी बीजेपी की ओर से नहीं दी गई है. यह महज एक अफवाह है. aajtak.in आपसे अपील करता है कि इस तरह की कोई भी अफवाह पर ध्यान न दें.
गौरतलब है कि पहले भी अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की अफवाह उड़ी थी. इसमें कहा गया था कि उड़ीसा के बालासोर जिले में एक प्राइमरी स्कूल के प्रिंसिपल कमलकांत दास ने उनके निधन की जानकारी दी थी. इसके बाद इलाके के कई स्कूल के बच्चों को छुट्टी भी दे दी गई थी. उस वक्त जब इस घटना की खबर कलेक्टर को लगी तो प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया था.
मालूम हो कि अटल बिहार वाजपेयी डिमेंशिया नाम की बीमारी से जूझ रहे थे. वे 2009 से व्हीलचेयर पर हैं. कुछ समय पहले ही भारत सरकार ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया था.