ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआई एमटीसी) ने चार सूत्रीय मांगों के लिए 10 अगस्त से देश और प्रदेश में हड़ताल करने का एलान किया है। एआईएमटीसी दिल्ली के अध्यक्ष कुलतरण सिंह आटवाल और प्रदेश वेस्ट जोन के अध्यक्ष विजय कालरा सहित सभी पदाधिकारियों की सहमति चक्काजाम कर हड़ताल पर बैठने का फैसला लिया गया है।
एआईएमटीसी के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया कि समस्त कार्यकारिणी की सहमति से सभा में यह निर्णय लिया गया है कि हमारे द्वारा शासन–प्रशासन को प्रेषित की गई बिंदुवार मांगों को नहीं माना गया तो हम समस्त ट्रांसपोटर्स 10 से 12 अगस्त तक (तीन दिन) अपने व्यवसाय बंद कर चक्काजाम कर हड़ताल पर बैठ जाएंगे। भोपाल सहित पूरे प्रदेश में 4–5 लाख ट्रक, बस समेत छोटे- बड़े व्यावसायिक वाहन नहीं चलेंगे।
ये हैं चार मांगें
— आरटीओ सीमाओं के चेक पोस्ट खत्म किए जाएं।
— डीजल पर वैट में कमी की जाए।
— रोड टैक्स और गुड्स टैक्स में छह महीनों की छूट दी जाए।
— चालकों का कोविड बीमा किया जाए।
कोरोना से पैदा परिस्थितियों ने ट्रांसपोर्ट उद्योग को भी संकट में डाल दिया है। सवारी और ढुलाई के लिए सामान नहीं मिलने से हजारों बसें, ट्रकें, टैक्सियां, टेंपो आदि चल नहीं पा रही हैं। कई ट्रांसपोर्टर तो गाड़ियां बेचने को मजबूर हैं। इस धंधे से जुड़े हजारों लोग पहले ही घर बैठाए जा चुके हैं और जो नौकरी पर बचे भी हैं, उन पर भी तलवार लटक रही है। रोड टैक्स के साथ लोन पर ली गई गाड़ियों की ईएमआइ भरने का भी संकट है। सवारियां व ढुलाई का आर्डर नहीं मिलने से करीब 80 फीसद गाड़ियां खड़ी हो गई हैं। काफी लोगों ने गाड़ियों को आरटीओ कार्यालय में सरेंडर कर दिया है जिससे रोड टैक्स न देना पड़े। हालांकि रोड टैक्स बचाने का लाभ वे तीन माह ही ले सकते हैं।
प्रयागराज बस टूर एंड ट्रैवेल्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीत जायसवाल का कहना है कि हमारे सामने बड़ा संकट है। अभी तो किसी तरह कर्ज आदि लेकर काम चल रहा है लेकिन कब तक चलेगा। सरकार से रोड टैक्स में छह माह की छूट देने की मांग की है।