मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर अपने जीवन का बलिदान करने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी और प्रदेश में कानून का राज स्थापित करने में उनकी भूमिका का उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन सभी पुलिसकार्मिकों को विनम्र श्रद्धांजलि दी जो कर्तव्य का पालन करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान देकर अमर हो गए। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों का ये बलिदान हमें निरंतर कर्तव्य पथ पर पूर्ण निष्ठा एवं दायित्व बोध के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता रहेगा। शहीद पुलिसजनों के परिवार के सदस्यों को आश्वस्त करता हूं कि हमारी सरकार उनके कल्याण के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ सभी जरूरी कदम उठाने के लिए सदैव तत्पर रहेगी। पुलिसकर्मी अत्यंत कठिन परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि मान कर प्रदेश में अपराधों पर लगाम लगाने के लिए कानून व्यवस्था को चुस्त और दुरुस्त रखा है।
उन्होंने कहा कि पिछले 6 वर्षों के दौरान प्रयागराज का दिव्य और भव्य कुंभ, लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2019, त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2021, विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022, नगर निकाय सामान्य निर्वाचन 2023 को शांतिपूर्ण संपन्न कराने में प्रदेश पुलिस बल का उल्लेखनीय योगदान रहा है। यही नहीं प्रदेश पुलिस वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान भी जनता की सहायता के लिए सदैव तत्पर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परेड को सलामी दी। इस दौरान उन्हें शोक पुस्तिका सौंपी गयी। इसके बाद डीजीपी ने शोक पुस्तिका में दर्ज अमर शहीदों के नाम पढ़े। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस शहीद स्मारक स्थल पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को नमन किया। सीएम योगी ने कार्यक्रम में शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हे सम्मानित भी किया।
पिछले साढ़े छह वर्षों में डेढ़ लाख से अधिक पुलिस कर्मियों की हुई भर्ती
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 1 नवंबर 2022 से 30 सितंबर 2023 के बीच कर्तव्य पालन के दौरान शहीद पुलिस कर्मियों के साथ केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों, अन्य प्रदेश के अर्ध सैन्य बलों, भारतीय सेना में कार्यरत एवं मूलरूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले 140 शहीद कार्मिकों के आश्रितों को 38 करोड़ 96 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गयी है। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के जनपद या विभिन्न इकाइयों में नियुक्त पुलिस कार्मिकों की सुख-सुविधा के लिए शासन ने 3 करोड़ 50 लाख, कल्याण के लिए चार करोड़, कार्यरत और रिटायर्ड पुलिस कार्मिकों और आश्रितों की चिकित्सा प्रतिपूर्ति के 301 दावों के निस्तारण के लिए 45 लाख 50 हजार, पांच लाख से अधिक की चिकित्सा प्रतिपूर्ति संबंधी 63 मामलों 3 करोड़ 87 लाख रुपये प्रदान किए गए हैं। इसी तरह 103 पुलिस कर्मियों और उनके आश्रितों को गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए अग्रिम रूप में 4 करोड़ 9 लाख, जीवन बीमा योजना के तहत बीमित 370 मृतक पुलिस कार्मिकों के आश्रितों को 10 करोड़ 12 लाख, 112 पुलिस कर्मियों और उनके आश्रितों द्वारा कराए गए कैशलेस उपचार में एक करोड़ 11 लाख, पुलिस कार्मिकों के 158 मेधावी बच्चों को शिक्षा निधि के माध्यम से 77,5000 की छात्रवृत्ति का भुगतान किया गया है।
वहीं अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित पुलिसकर्मी को सम्मानित करने एवं उनका मनोबल बढ़ाने के लिए गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2023 और स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2023 पर विशिष्ट सेवाओं के लिए पांच अधिकारी और कार्मिकों को राष्ट्रपति का पुलिस पदक, 125 अधिकारियों और कार्मिकों को पुलिस पदक प्रदान किया गया। इसके साथ ही गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 1154 कार्मिकों को अति उत्कृष्ट सेवा पदक, 942 कार्मिकों को उत्कृष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित किया गया। पांच राजपत्रित और राजपत्रित पुलिसकर्मियों को मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक प्रदान किए गए।
पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश द्वारा 85 और अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह तथा 408 पुलिसकर्मी को सराहनीय सेवा सम्मान चिह्न से सम्मानित किया गया। इसके अलावा पुलिस कार्मिकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश का प्रशंसा चिन्ह डीजी कमेंडेशन डिस्क, 40 प्लैटिनम, 104 गोल्ड और 777 सिल्वर राजपत्रित और राजपत्रित पुलिसकर्मियों को प्रदान किए गए। सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 2017 के बाद पुलिस बल के विभिन्न पदों पर 1,51,985 भर्ती की गई, जिनमें से 22044 से अधिक महिला कार्मिक शामिल हैं। इसके साथ ही पुलिस विभाग के विभिन्न विभिन्न पदों पर 134235 कार्मिकों को पदोन्नति भी प्रदान की गई। साथ ही 65,389 पदों पर भर्ती प्रक्रिया और 11,885 पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया चल रही है।