अदालत ने संसद में सुरक्षा उल्लंघन के पीछे के मास्टरमाइंड होने के आरोपी ललित झा को शुक्रवार को सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया। पटियाला हाउस कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश हरदीप कौर ने इसी मामले में गिरफ्तार चार अन्य लोगों को कल ही सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था।
दिल्ली पुलिस की और से पेश अखंड प्रताप सिंह ने ललित झा की पंद्रह दिन की हिरासत की मांग की थी। बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान सागर शर्मा और मनोरंजन डी नामक दो व्यक्तियों को कथित तौर पर धुआं छोड़ रहे कनस्तरों के साथ आगंतुक गैलरी से कक्ष में प्रवेश करते देखा गया था। दोनों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
दो और आरोपी अमोल शिंदे और नीलम को संसद के बाहर से गिरफ्तार किया गया, जहां वे कथित तौर पर पीले धुएं के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने इस सप्ताह की शुरुआत में सभी चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि कथित ‘मास्टरमाइंड’ ललित झा फरार था। झा को पुलिस ने कल गिरफ्तार कर लिया था। उसने अपनी संलिप्तता के बारे में खुलासा किया और बताया कि कैसे वह पूरी साजिश का मास्टरमाइंड है और उनका मकसद क्या था।
सरकारी वकील ने कहा हमें उसकी जांच करने की जरूरत है कि साजिश कैसे रची गई और उन्हें फंडिंग कैसे मिली। इसके लिए विस्तृत जांच की आवश्यकता होगी। इसके अलावा हमें मोबाइल फोन बरामद करने की जरूरत है। उनके तर्क सुनने के बाद अदालत ने आरोपी का सात दिन का रिमांड मंजूर कर लिया। चूंकि झा के पास कोई वकील नहीं था इसलिए आज रिमांड सुनवाई के दौरान कानूनी सहायता बोर्ड द्वारा प्रदान वकील उनकी ओर से पेश हुआ।