गुरुवार को पाकिस्तान ने जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले पर सफाई देते हुए हर बार की तरह खुद को पाक साफ घोषित कर दिया। ये भी कहा कि भारत और भारतीय मीडिया उसपर हमले का आरोप न लगाएं। उसके इस तथाकथित सच से वहां का मीडिया कई कदम आगे निकल चुका है। वे सभी एक सुर में पाकिस्तान का बचाव करते हुए भारत के आरोपों को खारिज करने की कोशिश कर रहे हैं।
द नेशन : “आजादी के लड़ाकों ने हमला बोला, भारत अधिकृत कश्मीर में 44 सैनिकों की मौत” शीर्ष से लगी खबर में अखबार लिखता है कि भारत सरकार ने इस घटना को आतंकवाद का रंग देने की कोशिश की है। भारत ने दावा किया है कि इसके पीछे पाकिस्तान स्थित जैश ए मोहम्मद है, लेकिन जैश ए मोहम्मद ने भारतीय विदेश मंत्रालय के इस बयान पर तुरंत अपनी प्रतिक्रिया दी है। जैश ए मोहम्मद के प्रवक्ता के हवाले से उसने लिखा है कि इस घटना में जेईएम का कोई लेना-देना नहीं है।
पाकिस्तान ऑब्जर्बर : “भारत अधिकृत कश्मीर में हुए विस्फोट में 44 भारतीय सैनिकों की मौत, दर्जनों घायल” शीर्षक की खबर में अखबार ने लिखा कि पिछले दो सालों में ये भारतीय सुरक्षाबलों पर सबसे घातक हमला है जिसकी गूंज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी।
पाकिस्तान टुडे : इस सदी में कश्मीर का सबसे बड़ा आतंकी हमला बताते हुए अखबार ने लिखा कि इस धमाके में 350 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ। ये भी बताया गया कि सुरक्षाबलों के काफिले पर भी गोलियां चलाई गईं।
डॉनः इस अखबार ने एक छोटी सी खबर लगाई और लिखा कि भारत अधिकृत कश्मीर में धमाके से 37 सैनिकों की मौत।
सोशल मीडियाः सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के एक रिटायर्ड जनरल का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलवामा हमले पर हुई चर्चा के दौरान वो कहते दिख रहे हैं कि जम्मू कश्मीर में आत्मघाती हमलों का दौर शुरू हो गया है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के लिए काम कर चुके ये जनरल ये भी कहते हैं कि इसके बाद ही दुनिया कश्मीर के मसले को जान सकेगी।
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