पुडुचेरी की लेफ्टिनेंट गवर्नर (LG) किरण बेदी ने आज लोगों को साथ एक खुला पत्र (Open Letter) साझा कर कहा कि उनके कामों की वजह से प्रशासन अधिक पारदर्शी (Transparent) हो गया है, जिसकी वजह से मुख्यमंत्री लगातार उन्हें वापस बुलाने के लिए राष्ट्रपति से अपील कर रहे हैं.
किरण बेदी ने ट्वीट (Tweet) कर कहा कि पुदुचेरी में निहित स्वार्थों की वजह से उनके साथ लगातार झगड़े की कोशिश की जा रही है. आदर्श टेक्नॉलोजी,शासन में काफी पारदर्शिता आई है. दरअसल पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने बुधवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात की और उपराज्यपाल किरण बेदी के यूटी के प्रशासन के कामकाज में कथित हस्तक्षेप की बात कहते हुए उन्हें पुडुचेरी से वापस बुलाने की अपील की.
केंद्र शासित प्रदेश के नागरिकों के साथ साझा किए गए खुले पत्र में उप राज्यपाल किरण बेदी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में पुडुचेरी के प्रशासन में चार बड़े डिजिटल सुधार हुए हैं, जो लोगों के एक वर्ग के बीच असंतोष का कारण हो सकता है. उन्होंने कहा कि इस बदलाव से मोनोपोली हटाकर और प्रशासन को प्रत्यक्ष, पारदर्शी और जवाबदेह बना दिया है.
उन्होंने कहा कि पहला सुधार यह है कि सभी वित्तीय लेनदेन को इलेक्ट्रॉनिक बनाया गया है. कॉम्पटिटेटिव दरों के लिए प्रशासन सभी खरीद और टेंडर्स GEM पोर्टल द्वारा कर रहा है. किरण बेदी ने कहा कि इसमें पसंद को चुनने या छुपाने की कोई गुंजाइश नहीं है. उन्होंने कहा कि सब कुछ रिकॉर्ड में है, इसीलिए पसंद को चुनने और कुछ भी छिराने का कोई स्कोप नहीं है.
उप राज्यपाल ने कहा कि वेलफेयर फंड और इनसेंटिव वेनिफीशियरी के अकाउंट में डायरेक्ट ट्रांसफर हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि तीसरी बात यह कि यूटी एक्ट के तहत किसी भी समय एलजी की शक्ति और जिम्मेदारी, सामान्य वित्तीय नियमों और व्यावसायिक नियमों को चुनौती दी गई.
उन्होंने कहा कि चौथा बदलाव यह है कि व्हाट्सएप टेक्नोलॉजी का ज्यादा इस्तेमाल वर्चुअल कॉन्फ्रेंस और सोशल मीडिया की मौजूदगी के ज्यादातर इस्तेमाल ने सार्वजनिक अधिकारियों को सूचना के साथ एक साथ लाने का काम किया है. किरण बेदी ने कहा कि उनके काम काज की वजह से ही यह बदलाव आए हैं, सीएम इसका विरोध कर रहे हैं.