पीलीभीत में लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को है। इसके लिए 1524 बूथ बनाए गए है। मतदान से 48 घंटे पूर्व बुधवार शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा।
पीलीभीत में लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान है। मतदान से 48 घंटे पूर्व बुधवार शाम पांच बजे चुनाव प्रचार का शोर थम जाएगा। इससे पहले सभी प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत को लगा दिया। इसके बाद डोर टू डोर संपर्क करने की तैयारी की जा रही है।
नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया था। गांवों से लेकर शहर तक चुनाव का ही शोर सुनाई दे रहा था। चुनाव प्रचार आज शाम पांच बजे थम जाएगा। इससे पहले प्रत्याशियों ने रोड शो के अलावा अन्य तरीकें से प्रचार किया। जिला निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया चुनाव प्रचार आज शाम पांच बजे समाप्त हो जाएगा। इसके बाद प्रत्याशी प्रचार नहीं कर सकेंगे।
पांच सौ बूथों पर वेब कास्टिंग का हुआ ट्रायल
लोकसभा चुनाव के लिए 1524 बूथ बनाए गए हैं। इन बूथों के 50 प्रतिशत बूथों पर वेब कास्टिंग की जाएगी। यहां पर कैमरे लगाने का किया जा रहा था। कैमरे लगने के बाद इसका ट्रायल किया गया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने पांच सौ बूथों की वेब कास्टिंग को देखा, जो सही पाया गया।
वेब कास्टिंग का इस बार दिल्ली की एक निजी कंपनी को दिया गया है। बीते करीब पांच दिनों से 762 बूथों पर कैमरे लगाने का काम किया जा रहा था। अब सभी बूथों पर कैमरों को लगा दिया गया है। कैमरे लगने के बाद गत दिवस इसका ट्रायल किया गया।
जिला निर्वाचन अधिकारी की मौजूदगी में पांच सौ बूथों की वेब कास्टिंग को देखा गया। ट्रायल सही रहा। जिला निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया पांच सौ बूथों पर ट्रायल किया गया था। सब कुछ ठीक था। अब सभी बूथों को देखा जाएगा। वेब कास्टिंग को सीधे आयोग भी देखेगा। इसके लिए पूरी तैयारी हो चुकी है।
हर बूथ पर मौजूद रहेगा कंपनी का एक कर्मी
वेब कास्टिंग के लिए हर बूथ पर पूरे मतदान समय तक कंपनी का एक कर्मी मौजूद रहेगा। ताकि कोई दिक्क्त होने पर उसे ठीक किया जा सके। इसके साथ ही विधानसभा स्तर और जिला स्तर पर बने कंट्रोल रूम में भी कर्मी मौजूद रहेंगे।
11 हजार मतदाता पर्चियां आईं वापस
मतदाताओं को बूथ पर आसानी से पहुंचने और जानकारी के लिए आयोग की ओर से 18 लाख मतदाता पर्ची भेजी गईं थी। साथ ही गाइड को भी भेजा गया था। शत प्रतिशत पर्चियों के वितरण की जिम्मेदारी एसडीएम को दी गई थी। संबंधित क्षेत्र के बीएलओ की ओर से इनका वितरण किया जा रहा था। 14 अप्रैल तक इनका वितरण किया जाना था।
जिले में इनका वितरण करने के बाद 11 हजार पर्चियां वापस आ गई है। जानकारी पर बताया गया कि यह लोग गांवों में नहीं मौजूद है। गांव से बाहर काम के सिलसिले में गए हुए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया पर्चियों का वितरण करवा दिया गया है। 11 हजार पर्ची वापस आ गई है। सह लोग घरों पर नहीं थे।