पीरियड्स से जुड़े शर्मनाक वो बातें हर जो महीने देता हैं दर्द, जो हर कोई जानना चाहता…

महिला दिवस के उपलक्ष्य में हम महिलाओं के स्वास्थ्य की बात करें तो बेहतर होगा, और उसमें भी पीरियड्स पर चर्चा और भी जरूरी है, क्योंकि मासिक धर्म के दौरान दुनिया के कई देशों में महिलाओं को अपराधी जैसा मान लिया जाता है। पीरियड यानी मासिक धर्म एक प्राकृतिक क्रिया है, जो न केवल लड़की के शारीरिक विकास में अहम भूमिका निभाती है बल्क‍ि उसका मानसिक विकास भी इस क्रिया से जुड़ा होता है। लेकिन दुनिया भर के तमाम देश ऐसे हैं, जहां इस प्रक्रिया को घ‍िनौनी नजर से देखा जाता है। मासिक धर्म पर हाल ही में कई देशों में सर्वेक्षण कराये गये, तो अजीब-ओ-गरीब तथ्य सामने आये। ऐसे तथ्य जो सही मामले में महिला का उत्पीड़न दर्शाते हैं।


सैनिटरी नैपकिन ब्रांड इप्सॉस और स्वतंत्र शोधकर्ताओं द्वारा भारत में किया गया सर्वे। इंटीग्रेटेड रीजनल सपोर्ट प्रोग्राम मरदन, पाकिस्तान द्वारा किया गया सर्वे। आईसीडीडीआरबी द्वारा बांग्लादेश में कराया गया सर्वेक्षण। पाकिस्तान के श‍िक्षा मंत्रालय और यूनीसेफ द्वारा कराया गया सर्वे। एसोसिएशन ऑफ रिप्रोडक्ट‍िव हेल्थ प्रोफेशनल्स कनाडा द्वारा अमेरिका, कनाडा, अफ्रीका में कराया गया सर्वेक्षण। भारत में यूनेस्को द्वारा कराया गया सर्वेक्षण।

लाइफ में 450 साइकिल एक महिला के जीवन में औसतन 450 मासिक धर्म होते हैं। यह बात विज्ञान में सिद्ध हो चुकी है।

पीरियड्स में स्कूल वर्जित बांग्लादेश में सर्वे: यहां 40 प्रतिशत लड़कियां पीरियड्स के दौरान 3 दिन तक स्कूल नहीं जाती हैं।

एक ही कपड़े का इस्तेमाल बांग्लादेश में सर्वे: 89 प्रतिशत लड़कियां एक ही कपड़ा धुल-धुल कर इस्तेमाल करती रहती हैं।

नहीं यूज़ करती हैं पैड्स बांग्लादेश में सर्वे: ग्रामीण इलाकों में 90 प्रतिशत लड़कियों तक नहीं पहुंच पाता है सैनिटरी पैड।

77 प्रतिशत समझती हैं भार कनाडा में सर्वे: 77 प्रतिशत लड़कियां पीरियड्स को बोझ समझती हैं, जो उन्हें मजबूरन सहना है।

पुरुषों को एडवांटेज कनाडा में सर्वे: 74% सोचती हैं कि मासिक धर्म नहीं होने की वजह से पुरुषों को एडवांटेज मिलता है।

मेरी मर्जी चले कनाडा में सर्वे: 47 प्रतिशत लड़कियां चाहती हैं कि वो डिसाइड करें कि उनके पीरियड्स कब हों कब नहीं।

नहीं चाहती मासिक धर्म कनाडा में सर्वे: 40 प्रतिशत लड़कियों ने कहा अगर प्रकृति उन्हें विकल्प दे तो वो यह कभी नहीं चाहेंगी।

सिर्फ मां और बहन पाकिस्तान में सर्वे: 41.71 प्रतिशत महिलाएं इस संबंध में सिर्फ अपनी मां और बहनों को ही बताती हैं।

डॉक्टर तक को नहीं बतातीं पाकिस्तान में सर्वे: 21.78% लड़कियां किसी भी प्रकार की समस्या होने पर डॉक्टर तक को नहीं बताती हैं। चाहती हैं जानकारियां पाकिस्तान में सर्वे: 44.94% महिलाएं चाहती हैं कि उन्हें मासिक धर्म से जुड़ी जानकारियां दी जायें। सपोर्ट नहीं पाकिस्तान में सर्वे: 45.22% लड़कियों को मासिक धर्म के दौरान परिवार का सपोर्ट नहीं मिलता है। सिल्क का कपड़ा पाकिस्तान में सर्वे: 30.43% महिलाएं सिल्क का कपड़ा इस्तेमाल करती हैं, जो सोख्ता नहीं होता है।

 

नहाना होता है वर्जित पाकिस्तान में सर्वे: 28 प्रतिशत लड़कियों के घरों में पीरियड्स के दौरान नहाना वर्जित होता है। धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेना मना पाकिस्तान में सर्वे: 100% ने बताया कि पीरियड्स के दौरान धार्मिक अनुष्ठानों में भाग नहीं ले सकतीं।

नहीं जाती हैं स्कूल पाकिस्तान में सर्वे: 50 फीसदी लड़कियां पीरियड्स के दौरान स्कूल नहीं जाती हैं। बीमारी है मासिक धर्म ईरान में सर्वे: 48 प्रतिशत लड़कियां मानती हैं कि मासिक धर्म एक बीमारी है, जो हर लड़की को होती है। घर से निकाल दिया जाता है नेपाल में तमाम ग्रामीण इलाकों मासिक धर्म के दौरान महिला को अलग झोपड़ी में रहने को कहा जाता है।

 

गाय-भैंस के तबेलों में सोती लड़कियां नेपाल के कई गांवों में मासिक धर्म के दौरान गाय-भैसों के तबेलों में लड़की को सुलाया जाता है। अलग होते हैं बर्तन नेपाल के कई गांवों में पीरियड्स के दौरान लड़‍की के बर्तन अलग कर दिये जाते हैं।

पुरुषों को छूना भी वर्जित होता है। चर्च में प्रवेश वर्जित रूस में लड़कियों को कहा जाता है कि अगर वो पीरियड से हैं, तो चर्च में प्रवेश नहीं करें। वैसे ऐसा लगभग सभी देशों में होता है। किचन में घुसना वर्जित बाली में लड़कियों/महिलाओं को पीरियड के दौरान किचन में प्रवेश करने से वर्जित कर दिया जाता है। सेक्स करना वर्जित बाली में पीरियड्स के दौरान महिलाओं को अपने पति के संग सेक्स करना भी वर्जित माना जाता है।

पुरुषों को हो जायेगी यह बीमारी इंडोनेश‍िया के कई छोटे कस्बों में लोग मानते हैं कि अगर कोई पुरुष पीरियड से गुजर रही लड़की से सेक्स करता है, तो उसे भी यह हो जायेगा। वे इसे बीमारी मानते हैं। 66 प्रतिशत को नहीं जानकारी भारत में सर्वे: 66 प्रतिशत लड़कियां पीरियड्स के बारे में पूरी जानकारी नहीं रखती हैं। 12 प्रतिशत को नहीं मिलता सैनिटरी पैड भारत में सर्वे: देश में 12 प्रतिशत लड़कियों तक सैनिटरी पैड नहीं पहुंच पाता है।

बुब्स से जुड़े 11 महत्‍वपूर्ण व रोचक बातें, जानकर आपके उड़ जायेगें होश…

23% गोल कर देती हैं स्कूल भारत में सर्वे: 23 प्रतिशत लड़कियां पीरियड की वजह से स्कूल में गोला मार देती हैं। अछूत हो जाती हैं लड़कियां भारत में हुए अध्ययन के अनुसार तमाम शहरों, कस्बों, गांवों में पीरियड्स में अछूत मानी जाती हैं। तकिया- चादर धोती हैं भारत में लगभग सभी शहरों, कस्बों में पीरियड्स के बाद महिलाएं चादर-तकिया धुलती हैं।

सिर धुलना भारत में लड़कियां तब तक मंदिर या किसी धार्मिक स्थल में प्रवेश नहीं करती हैं, जब तक सिर नहीं धो लें। अचार छूना मना भारत में मान्यता है कि अगर पीरियड से कोई लड़की अचार छू दे तो अचार खराब हो जायेगा।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com