नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दिल्ली में आयोजित पेट्रोटेक 2016 के उद्घाटन समारोह में कहा कि वर्ष 2040 तक भारत की अर्थव्यवस्था पांच गुना बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि इसमें सबसे ज्यादा फोकस मैन्युफैक्चरिंग, ट्रांस्पोर्ट और सिविल एविएशन जैसे सेक्टर्स में होगा। उन्होंने देश को भरोसा दिलाया कि साल 2022 तक विनिर्माण क्षेत्र जीडीपी के 25 फीसदी हिस्सेदारी तक पहुंच जाएगा।
ऊर्जा जरूरतों पर बोले पीएम मोदी:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह भी कहना है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में चल रही अस्थिरता को देखते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था में रिकवरी देखने को मिली है। इस समय विदेशी प्रत्यक्ष निवेश प्राथमिकता पर है। उन्होंने कहा कि भारत को ऐसी ऊर्जा की जरूरत है जिसकी पहुंच गरीबों तक हो सके। ऊर्जा का इस्तेमाल दक्षता के साथ होना चाहिए।
आयात निर्भरता कम करने की जरूरत:
पेट्रोटेक 2016 के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें आयात पर निर्भरता कम करने की जरूरत है। घरेलू तेल और गैस प्रोडक्शन को बल देना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्लोबल हाइड्रोकार्बन कंपनियों से कहा कि, “हम आपको भारत में मेक इन इंडिया के लिए आमंत्रित करते हैं।”
लालफीताशाही पर बोले पीएम मोदी:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेट्रोटेक 2016 के उद्घाटन समारोह देश की लालाफीताशाही पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमारा कमिटमेंट मजबूत है और हमारा उद्देश्य लालफीताशाही को रेड कार्पेट में बदलने का है।
गैस आधारित अर्थव्यवस्था की तरफ बढ़ रहा भारत:
पीएम मोदी ने इस समारोह में यह भी कहा कि भारत ने गैस आधारित अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में एक कदम बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें छोटे तेल क्षेत्र की नीलामी प्रक्रिया के दौरान उत्साहजनक प्रतिक्रिया देखने को मिली है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि देश का लक्ष्य राष्ट्रीय पाइपलाइन ग्रिड को डबल कर 30,000 किमी तक करने का है।
उन्होंने कहा कि वो देश के 10 करोड़ परिवारों के लिए पाइप्ड कुकिंग गैस का भी विस्तार करना चाहते हैं। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि आगे आने वाले वर्षों तक हाइड्रोकार्बन महत्वपूर्ण ऊर्जा स्रोत बने रहेंगे।