केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा है कि ट्रिपल तलाक़ जैसी सामाजिक कुप्रथा को समाप्त कर पीएम नरेंद्र मोदी का नाम अब राजा राम मोहन राय, ज्योतिबा फूले, महात्मा गांधी और डॉ. भीमराव आम्बेडकर जैसे समाज सुधारकों की सूची में जुड़ गया है.
पीएम मोदी ने एक समाज सुधारक के तौर पर देश से परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टिकरण को देश की सियासत से ख़त्म करने का काम किया है.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि तीन तलाक एक सामाजिक कुप्रथा थी, इसमें कोई शक नहीं है. अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की सियासत की वजह से इस कुप्रथा को खत्म करने में 56 वर्ष लग गए, जबकि तीन तलाक पर कानून बनने से मुस्लिम महिलाओं को उनका अधिकार मिला है.
अमित शाह ने दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन की तरफ से आयोजित किए गए ‘तीन तलाक का खात्मा : ऐतिहासिक गलती का सुधार’ विषय पर बोल रहे थे. शाह ने कहा कि, “तीन तलाक एक कुप्रथा थी, इसमें कोई शक नहीं है. हमें इस कुप्रथा को समाप्त करने में 56 वर्ष लग गए, इसकी वजह कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति है. तीन तलाक पर कानून बनने से मुस्लिम महिलाओं को उनका अधिकार मिला है.”