दुर्गेश त्रिपाठी दो साल से लखनऊ में नौकरी कर रहे हैं। इससे पहले वो कानपुर में नौकरी करते थे। कानपुर में नौकरी के दौरान उनके संस्थान की ओर से पीएफ के लिए यूनिवर्सल एकाउंट नंबर (यूएएन) जारी किया गया।
जब वो लखनऊ नौकरी करने गए तो वहां भी संस्थान ने दूसरा यूनिवर्सल एकाउंट नंबर जारी कर दिया है। ऐसे में दुर्गेश परेशान हैं कि पहले की नौकरी का पीएफ और सर्विस नए यूएएन से कैसे जुड़ेगी।
कानपुर का यह एक मामला तो उदाहरण भर है। ऐसे तमाम लोग हैं, जिनके किसी कारणवश दो यूएएन जारी हो गए हैं। इसके चलते ये लोग न तो अपना पुराना पीएफ निकाल पा रहे हैं और न ही पुराने पीएफ को नए में समायोजित करा पा रहे हैं।
इन समस्याओं को देखते हुए ही पीएफ विभाग ने राहत दी है। अब ये लोग पीएफ कार्यालय में आवेदन कर पीएफ या सर्विस ट्रांसफर करवा सकते हैं। ये आवेदन ऑफलाइन ही होंगे।