राजद्रोह के मामले में अदालत में पेशी के बावजूद हाजिर नहीं होने के चलते सत्र न्यायालय की ओर से जारी गैरजमानती वारंट के बाद पुलिस ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को विरमगाम से गिरफ्तार कर लिया है।
हार्दिक को देर रात अहमदाबाद क्राइम बांच लाया गया है। आरक्षण आंदोलन से चर्चित होने के बाद कांग्रेस में शामिल होने वाले युवा नेता हार्दिक पटेल एक बार फिर कानून के चंगुल में फंस गये है।
अहमदाबाद में राजद्रोह के तहत दर्ज मुकदमें की पेशी पर हाजिर नहीं होने के चलते सत्र न्यायालय ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। इसी के आधार पर पुलिस ने उन्हें पेतृक गांव विरम गाम के हांसलपुर चौराहे से ही गिरफ्तार कर लिया है।
हार्दिक के खिलाफ अहमदाबाद व सूरत में राजद्रोह के दो मुकदमें दर्ज है। इसके अलावा भी आरक्षण आंदोलन के दौरान आगजनी व तोडफोड़ के कई मामले चल रहे हैं।
विसनगर में भाजपा विधायक के कार्यालय में तोड़फोड़ व आगजनी के मामले में हार्दिक पटेल को सजा सुनाई जा चुकी है। वे विसनगर व राजद्रोह सहित के मामलों में जमानत पर हैँ।
हार्दिक पटेल को अभी अहमदाबाद के शाहीबाग क्षेत्र में स्थित जज के निवास स्थान पर पेश किया जा सकता है। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की टीम उन्हे ले रवाना हुई है। गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावड़ा हार्दिक पटेल की गिरफ्तारी की निंदा की है।
उन्होंने पुलिस की कार्रवाई सरकार के इशारे होने के आरोप लगाये है। गौरतलब है हार्दिक पटेल ने अपनी मांगों को लेकर गुजरात में लंबे समय तक आंदोलन किया था।