पाकिस्तान ने बुधवार को लोकप्रिय ऑनलाइन बैटल गेम ‘प्लेयर अननोन बैटलग्राउंड’ पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसे PUBG के नाम से भी जाना जाता है। देश की टेलिकम्युनिकेशन अथॉरिटी पीटीए ने पब्जी गेम को खिलाड़ियों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक करार दिया गया है।

अथॉरिटी ने बताया कि गेम को लेकर कई लोगों द्वारा शिकायत की गई थी, जिके बाद यह फासला लिया गया है। पीटीए ने कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में आत्महत्या के मामलों के लिए पब्जी को जिम्मेदार ठहराया गया है। पीटीए ने एक बयान में कहा कि लाहौर उच्च न्यायालय ने भी पीटीए को निर्देश दिया है कि वह इस मामले पर गौर करे और शिकायतकर्ताओं की सुनवाई के बाद फैसला करे। इस संबंध में 9 जुलाई 2020 को सुनवाई की जाएगी।
डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक पब्जी गेम में अपने मिशन को पूरा नहीं कर पाने को लेकर 24 जून को एक 16 वर्षीय लड़के ने हंजरवाल इलाके में अपने घर के छत के पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने इस बात की पुष्टि की थी कि मोहम्मद जकारिया नाम के लड़के ने ऑनलाइन गेम खेलते समय अपने मिशन को पूरा नहीं कर पाने के बाद यह कदम उठाया था।
सदर डिवीजन के एसपी ऑपरेशंस गजनफ सैयद के हवाले से बताया कि हमें उस समय उसके शरीर के पास PUBG गेम के साथ बिस्तर पर उसका मोबाइल फोन मिला। हमने तुरंत घटना की जांच के लिए पंजाब फॉरेंसिक साइंस एजेंसी को बुलाया।
2017 में दक्षिण कोरियाई कंपनी द्वारा विकसित पब्जी एक सरवाइवल गेम है, जिसमें खिलाड़ियों को दूसरों के खिलाफ युद्ध करने के लिए एक द्वीप पर छोड़ दिया जाता है। मल्टीप्लेयर गेम दुनिया भर के खिलाड़ियों को एक-दूसरे के खिलाफ या टीमों में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति देता है। इस दौरान खिलाड़ी गेम में एक-दूसरे पर हमला करते हैं और जितने अधिक खिलाड़ियों को आप मारते हैं, आपके जितने की संभावना उतनी अधिक रहती है। दुनिया भर में अब तक 3.42 करोड़ डाउनलोड किया जा चुका है।
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