शरीफ ने कहा, ‘हमारे लोगों ने जो शहादत दी है वह बेकार नहीं जाएगी। मैं मुल्क के दुश्मनों को बता देना चाहता हूं कि पाकिस्तान को अब हराया नहीं जा सकता है।’
जनरल राहील शरीफ पाकिस्तान में डिफेंस डे के मौके पर जनरल हेडक्वॉर्टर में आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। आर्मी चीफ ने पाकिस्तान के हक में लड़ने वालों को श्रद्धांजलि भी दी। शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में ईमानदारी से शांति प्रक्रिया को बाहाल करने में लगा है।
आर्मी चीफ ने कहा कि आतंकवाद के खात्मे के लिए कानून को मजबूत बनाए जाने की जरूरत है। शरीफ ने कहा कि मैं पाकिस्तान के दुश्मनों से साफ कर देना चाहता हूं कि पाक पहले मजबूत था अब अभेद्य है। उन्होंने कहा कि उत्तरी वजीरिस्तान आतंकवादियों का सुरक्षित ठिकाना बन गया है लेकिन आर्मी ने ऑपरेशन जर्ब-ए-अज्ब के जरिए भारी कामयाबी हासिल की है।
उन्होंने कहा, ‘खुद को जिंदा रखने के लिए हमलोग अल्लाह के बताए रास्ते पर हर कदम को अख्तियार करेंगे। हमलोग यह जानते हैं कि दोस्त कैसे बनाए जाते हैं लेकिन हम दुश्मनों को कीमत चुकाना भी जानते हैं। कुछ ऐसे तत्व हैं जो भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। देश की सुरक्षा के लिए पाकिस्तानी मिलिटरी कोई भी कदम उठाने के लिए तैयार है।’
पाकिस्तानी आर्मी चीफ ने कहा, ‘ऑपरेशन जर्ब-ए-अज्ब की सफलता के बावजूद शांति भंग होने का खतरा बना हुआ है। आतंकवादियों के खिलाफ नैशनल ऐक्शन प्लान (एनएपी) को लागू करना पाकिस्तानी मिलिटरी की बड़ी उपलब्धि है।’ राहील शरीफ ने डिफेंस डे समारोह को संबोधित करते हुए शायद अपनी आखिरी स्पीच में कहा, ‘ऑपरेशन जर्ब-ए-अज्ब के जरिए पाकिस्तानी मिलिटरी ने अहम उपलब्धि हासिल की है और आज की तारीख में पाकिस्तानी ध्वज शान से हमारी धरती पर चौतरफा लहरा रहा है।’
राहील शरीफ ने इस बात को भी स्वीकार किया कि आंतरिक और बाहरी खतरों से पाकिस्तान पूरी तरह से महफूज नहीं है। आर्मी चीफ ने अमेरिका और पश्चिम के देशों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि इलाके में शांति तभी कायम रह सकती है जब शक्ति का संतुलन कायम रहेगा। पाकिस्तान का मानना है कि अमेरिका और भारत के बीच बढ़ते डिफेंस संबंधों से इलाके की शांति भंग होगी।
आर्मी चीफ ने पाकिस्तान और चीन के बीच संबंधों का उदाहरण देते हुए बताया कि यह रिश्ता पारस्परिक आदर और समानता के सिद्धांत पर आधारित है। शरीफ ने चीन पाकिस्तान के बीच बन रहे इकनॉमिक कॉरिडोर की भी वकालत की।
पाक आर्मी चीफ ने इंडिया का नाम लिए बिना कहा, ‘सीमा पर हमें खतरों का अहसास है। हम दोस्ती के साथ दुश्मनी भी कायदे से निभाना जानते हैं। कश्मीर समस्या का समाधान आत्मनिर्णय में है और यह हक कश्मीरियों को मिलना चाहिए। मैं उन कश्मीरियों को सलाम करता हूं जो आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए लड़ रहे हैं। घाटी लोग राज्य प्रायोजित आतंकवाद का सामना कर रहे हैं।’