आतंकी फंडिंग के आरोपों में घिरे पाकिस्तान ने दुनिया की आंख में धूल झोंकने के लिए नया पैंतरा चला है। इसके लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने एक नए आतंकी संगठन ऑल इंडिया लश्करे तैयबा का नाम आगे किया है।
साजिश ये है कि आने वाले समय में भारत में होने वाले आतंकी हमलों की जिम्मेदारी नए आतंकी संगठन पर डाल दी जाए, जिससे लश्करे तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद को बचाया जा सके। नए आतंकी संगठन ने अपनी हिट लिस्ट भी जारी की है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह के साथ-साथ भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली का भी नाम शामिल है। आतंकी हिट लिस्ट में पहली बार किसी क्रिकेटर का नाम आया है।
काली सूची से बचने के लिए पाकिस्तान ने नई चाल चली
ध्यान देने की बात है कि आतंकी फंडिंग को लेकर पाकिस्तान पर एफएटीएफ की काली सूची में डाले जाने की तलवार लटक रही है और फिलहाल उसे तीन महीने का समय दिया गया है। पाकिस्तान पर लश्करे तैयबा और जैश ए मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों व उनके आकाओं के खिलाफ कार्रवाई के साथ-साथ उसकी फंडिंग बंद करने का दबाव है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि एफएटीएफ की काली सूची से बचने के लिए पाकिस्तान ने नई चाल चली है।
एनआइए को धमकी भरा पत्र
ऑल इंडिया लश्करे तैयबा को पहचान देने के लिए इसकी ओर से बाकायदा एनआइए को धमकी भरा पत्र भी भेजा गया है। इसके भेजने वाले के नाम की जगह आल इंडिया लश्करे तैयबा हाई पावर कमेटी, कोझीकोड, केरल लिखा हुआ है। इसमें कहा गया है कि कश्मीर में भारतीय फौज द्वारा मारे गए साथियों का बदला लेने के लिए एक दर्जन विशिष्ट लोग उसकी हिट लिस्ट में है।
इनमें मोदी, शाह, कोहली के साथ-साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वितमंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और संघ प्रमुख मोहन भागवत का नाम शामिल है। एनआइए ने खत मिलने के बाद सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है।
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