देश के गृह मंत्रालय ने पाकिस्तान स्थित करतारपुर गुरुद्वारा साहिब जाने के लिए डेरा बाबा नानक चौकी को आधिकारिक इमिग्रेश चेक पाइंट बना दिया है. सोमवार को मंत्रालय ने यह निर्णय लिया. यह चौकी अब करतारपुर के लिए निकास और प्रवेश पॉइंट के रूप में काम करेगी. मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा कि वैध यात्रा दस्तावेजों के साथ कोई भी व्यक्ति पंजाब के गुरदासपुर जिला स्थित इस चौकी के जरिए निकास या प्रवेश कर सकता है. बता दें करतारपुर पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के नरोवाल जिले के शकरगढ़ में स्थित है.
जल्द पूरा होगा कॉरिडोर
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसाल पिछले साल नवंबर में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने डेरा बाबा नानक-करतारपुर साहिब कॉरिडोर की आधारशिला रखी थी। वहीं, दो दिन बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने नरोवल में कॉरिडोर की आधारशिला रखी थी। करतारपुर कॉरिडोर इस साल तक पूरा होने की उम्मीद है। जानकारी के अनुसार कॉरिडोर करतारपुर गुरुद्वारे को भारत के गुरदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक तीर्थस्थल से जोड़ेगा और भारतीय सिख श्रद्धालुओं को वीजा मुक्त आवागमन उपलब्ध कराएगा. तीर्थयात्रियों को करतारपुर साहिब जाने के लिए केवल परमिट हासिल करना होगा.
जानकारी के लिए बता दें करतारपुर साहिब की स्थापना गुरु नानक देव जी ने की थी. यहां सिख धर्म के संस्थापक, गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन के 18 साल से अधिक गुजारे थे. करतारपुर साहिब गुरुद्वारा पाकिस्तान में बॉर्डर से करीब तीन-चार किलोमीटर दूर रावी नदी के तट पर स्थित है.