पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) नेता और सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार उमर अयूब खान ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग के नेतृत्व वाले गठबंधन के उम्मीदवार शहबाज शरीफ के नामांकन पत्र के खिलाफ आपत्ति जताई है। स्थानीय न्यूज एक्सप्रेस ट्रिब्यून की ओर से यह जानकारी दी गई है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पीटीआई नेता ने लिखा कि शरीफ निर्वाचन क्षेत्र हार गए थे और फॉर्म-47 में हेरफेर करके 9 फरवरी को इसे वापिस हासिल किया था, जो कि 8 फरवरी को हुए चुनावों के एक दिन बाद हुआ था।
शरीफ के उम्मीदवारी पर जताया ऐतराज
धांधली के आरोपों और सेल्युलर और इंटरनेट सेवाओं के बंद होने के बीच पाकिस्तान में 8 फरवरी को 12वां राष्ट्रीय आम चुनाव हुआ था। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, उमर अयूब खान ने कहा, “शरीफ फॉर्म-45 के अनुसार निर्वाचन क्षेत्र हार गए थे। उन्हें एमएनए के रूप में गलत तरीके से शपथ दिलाई गई है और इसलिए वह प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार नहीं हो सकते।”
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पीटीआई नेता का फैसला पीएमएल-एन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार उमर अयूब खान द्वारा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद आया है। नामांकन पत्र नेशनल असेंबली के सचिव द्वारा प्राप्त किए गए।
शहबाज की पार्टी का दावा
प्रधानमंत्री चुने जाने के लिए एक उम्मीदवार को 336 सदस्यीय संसद में 169 वोट हासिल करने होते हैं। एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पीएमएल-एन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी सहित उनके सहयोगियों का दावा है कि शरीफ को 200 से अधिक सांसदों का समर्थन मिला है।
चुनावी परिणामों में पीटीआई का दबदबा
8 फरवरी को हुए चुनावों में, पीटीआई ने चुनाव परिणामों में अपना दबदबा बनाया। पीटीआई समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने 93 सीटों पर जीत हासिल की। हालांकि, पार्टी ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है।
शनिवार को, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने 8 फरवरी को हुए चुनाव परिणामों में कथित धांधली को लेकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। पीटीआई ने कहा कि 8 फरवरी के आम चुनावों में कथित धांधली के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए उसके शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया जा रहा है।
पंजाब की मुख्यमंत्री पर लगाया आरोप
इमरान खान की पार्टी ने कहा कि पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन से डरी हुई हैं और उन्होंने हमारे विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस अधिकारियों को तैनात किया है। पीटीआई ने यह भी घोषणा की कि वे 8 फरवरी को हुए चुनावों में कथित धांधली के खिलाफ तीन दर्जन शहरों में विरोध प्रदर्शन करेंगे।