पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर से लगी सीमा पर निरंतर सीजफायर का उल्लंघन करता रहता है। इसके जरिए वह भारत में आतंकीयों की घुसपैठ का रास्ता बनाने की कोशिश करता है। इंडियन आर्मी के सूत्रों के अनुसार, साल 2018 में 1629 सीजफायर उल्लंघन के मामले सामने आए थे और इस दौरान 254 आतंकवादियों को मार गिराया गया था।
इसमें एक विदेशी आतंकी कमांडर भी शामिल था। 2019 की बात करें, तो 10 अक्टूबर तक पाकिस्तान की ओर से 2317 बार सीजफायर का उल्लंघन किया गया है। इस साल अब तब सुरक्षाबलों के अलग-अलग ऑपरेशन में बॉर्डर और भारतीय सीमा के भीतर 147 आतंकी मारे जा चुके हैं।
पाकिस्तान सीमापार से आतंकी भेजने की साजिश लगातार रच रहा है। वहीं, कश्मीर के मासूम युवकों और बच्चों को नशाखोरी की लत लगाकर बर्बाद कर रहा है। नशे की लत को पूरा करने के लिए युवा अपराध का सहारा ले रहे है। इससे शहर में अपराध का ग्राफ भी बढ़ रहा है। पहले तो कई युवा शौक के लिए नशे का सेवन करते हैं। धीरे-धीरे नशे के आदी हो जाते हैं।
बाद में नशे की पूर्ति के लिए भटकते हैं और अपराध की दुनिया में कदम रख देते हैं। केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान काफी बौखलाया हुआ है। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर के मुद्दे को उठाकर अपनी किरकिरी कराने वाले इमरान खान अब नापाक तरीके अख्तियार कर रहे हैं। पंजाब में ड्रोन के जरिए हथियार पहुंचाने का मामला भी इसी से संबंधित माना जा रहा है।