एजेंसी/ वॉशिंगटन : अमेरिका द्वारा किए गए ड्रोन हमले में मारा गया अफगान तालिबान प्रमुख मुल्ला अख्तर मंसूर पाकिस्तान में फ्रीक्वेंटफ्लायर था। उसके पास पाकिस्तान का पासपोर्ट था और वह हमेशा वैलिड वीजा पर ही ईराम और दुबई की यात्रा करता था। बीते 9 सालों में उसने पाक के दो एयरपोर्ट का अपने विदेश दौरे के लिए खूब इस्तेमाल किया।
अमेरिका ने पाकिस्तान को दोबारा से वॉर्निंग देते हुए कहा है कि वो आगे भी ड्रोन हमले जारी रखेगा। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा कि पाक में ड्रोन हमले जारी रहेंगे। आतंक से जुड़े किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मार्क ने बताया कि हम पाकिस्तान के संपर्क में है और हवाई हमलों के बारे में लगातार बात कर रहे है।
मंसूर की जली हुई लाश के पास से मोहम्मद वली के नाम से बना हुआ एक पासपोर्ट और आईडी कार्ड मिला है। उसे पहली बार पासपोर्ट 2006 में क्वेटा पासपोर्ट ऑफिस से जारी हुआ था। फिर अक्टूबर 2011 में दोबारा जारी हुआ, जो अक्टूबर 2016 तक वैलिड था। 2002 में क्वेटा से आईडी कार्ड जारी हुआ, जिसे कराची से रिन्यू कराया गया था।
इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के एक सीनियर अफसर के मुताबिक, वली लगातार कराची और दुबई के बीच ट्रैवल करता था। वो पाकिस्तानी बॉर्डर पर मौजूद तफ्तान शहर के जरिए ईरान भी जाया करता था। वो 21 मई को ही ईरान से तफ्तान लौटा था, जब यूएस के हवाई हमले में कोचकी एरिया में मारा गया।