पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी (PCB) ने इस बात की घोषणा की कि उनके देश में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को वापस देश में लाने में वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डेरेन सैमी (Darren Sammy) ने जो भूमिका निभाई है उसके लिए उन्हें मानद नागरिकता प्रदान की जाएगी।
पाकिस्तान की सरकार उन्हें इस सम्मान से सम्मानित करेगी। डेरेन सैमी इस वक्त पाकिस्तान सुपर लीग के पांचवें सीजन में टीम पेशावर जल्मी को लीड कर रहे हैं।
उन्हें देश की मानद नागरिकता (honorary citizenship) के साथ-साथ देश के सर्वोच्य नागरिक सम्मान निशान-ए-हैदर (Nishan-e-Haider) से भी 23 मार्च को सम्मानित किया जाएगा। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी (Arif Alvi) उन्हें इस सम्मान से सम्मानित करेंगे।
सैमी ने पाकिस्तान में क्रिकेट की वापसी के लिए काफी बड़े कदम उठाए थे। उन्होंने इस देश में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को वापस लाने में भी बड़ी भूमिका निभाई थी।
साल 2017 में वो लाहौर में पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) में खेलने के लिए मानने वाले पहले विदेशी खिलाड़ी थे जब ज्यादा तक विदेशी खिलाड़ियों ने सुरक्षा का हवाला देते हुए वहां खेलने से मना कर दिया था। उन्होंने लाहौर में दूसरे फाइनल में पेशावर जल्मी (Peshawar Zalmi) टीम की कप्तानी भी की थी।
पाकिस्तान सुपर लीग (Pakistan Super League 2020) की टीम पेशावर जल्मी के मालिक जावेद अफरीदी ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के राष्ट्रपति से अनुरोध किया था कि पाकिस्तान क्रिकेट के लिए जो सैमी ने किया है उसके लिए उन्हें मानद नागरिकता प्रदान की जाए।
डेरेन सैमी दुनिया के ऐसे तीसरे क्रिकेटर बन जाएंगे जिन्हें किसी देश की सरकार ने मानद नागरिकता प्रदान की है। इससे पहेल ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडेन और साउथ अफ्रीका के हर्शल गिब्स को मानद नागरिकता दी जा चुकी है।
साल 2007 वनडे विश्व कप के बाद इन दोनों को सेंट किट्स गवर्नमेंट ने मानद नागरिकता दी थी। डेरेन सैमी ने अपनी कप्तानी में वेस्टइंडीज को दो-दो टी 20 विश्व कप खिताब दिलाया है। वो पाकिस्तान में काफी पसंद किए जाए हैं और उनके चाहने वालों की वहां कोई कमी नहीं है।