पाकिस्तान के मानवाधिकारों की मंत्री शीरिन मजारी (Shireen Mazari) ने शनिवार को अमेरिका पर निशाना साधा। मजारी ने कहा कि अमेरिका ने पहले पाक सरकार को धमकाया और अब इस बात से मुकर रहा है जो पूरी तरह झूठ है। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान को आधिकारिक बातचीत के जरिए एक ताकतवर देश के जरिए धमकी दी गई। इसमें कहा गया, ‘यदि आप इमरान खान को हटाते हैं तो आपको माफ कर दिया जाएगा।’ हालांकि व्हाइट हाउस ने इस बात से इनकार किया है कि वह पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार को गिराने की कोशिश कर रहा है।
मानवाधिकार मंत्री ने कहा कि इससे पहले इराक में सामूहिक विनाश के लिए मौजूद हथियारों को लेकर अमेरिकी अधिकारियों ने संयुक्त राष्ट्र संगठन के उच्चाधिकारियों के सामने झूठ बोला था। मजारी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘ कही गई बातों से मुकरना अमेरिका की आदत है।’ मजारी ने कहा कि अमेरिका ने इमरान की सरकार को गिराने का प्रयास किया और अब इससे इनकार कर रहा है। उन्होंने कहा अमेरिका की सरकार ने कभी सच नहीं बोला है, हमेशा दुनिया से झूठ बोलती रही है। उसने इराक में सामूहिक विनाश के हथियारों के बारे में संयुक्त राष्ट्र से भी झूठ बोला था जिसका बाद में खुलासा हुआ।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की जनता को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि अमेरिका की ओर से किया जा रहा इनकार झूठ है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान में शासन परिवर्तन की धमकी दी और प्रधानमंत्री इमरान खान को निशाना बनाया। इससे पहले पाकिस्तान सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने दावा किया था कि अमेरिका के साथ पाकिस्तान मिलकर काम करने की चाहत रखता है और अपने संबंधों का विस्तार करना चाहता है। उन्होंने कहा था कि अमेरिका और पाकिस्तान का उत्कृष्ट और रणनीतिक संबंधों का एक लंबा इतिहास रहा है।