पहाड़ों पर जारी बर्फबारी ने उत्तर और मध्यभारत के राज्यों को एक बार फिर ठिठुरने को मजबूर कर दिया है। रविवार को भी हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में ताजा बर्फबारी हुई। उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, मध्यप्रदेश और आसपास के इलाकों में तापमान और गिर गया है। राजधानी दिल्ली और एनसीआर में रविवार की सुबह बेहद सर्द रही। दिल्ली में सुबह न्यूनतम ताममान करीब 4 डिग्री दर्ज किया गया।
हिमाचल के लाहुल स्पीति सहित पर्यटन नगरी मनाली एक बार फिर बादलों से ढक गई है। रात भर मौसम साफ रहने के बाद सुबह घाटी में बादल छा गए, जिससे ठंड का प्रकोप बढ़ गया। शनिवार को घाटी में धूप खिलने से ठंड से हल्की राहत मिली, लेकिन रविवार को एक बार फिर घाटी शीत लहर की चपेट में आ गई है। लगातार हो रही बर्फबारी से लाहुल स्पीति सहित कुल्लू-मनाली के पहाड़ बर्फ से लद गए हैं। मौसम ने इस बार किसानों बागवानों सहित पर्यटन से जुड़े कारोबारियों को खुश कर दिया है।
2008 के बाद सर्दियों में बर्फबारी का दौर कम होता गया। मनाली शहर में भी नाममात्र बर्फबारी होने लगी। मौसम के बदले तेवरों को देखते हुए लोग जनवरी महीने को लोग हल्के में लेने लगे। लेकिन इस बार जनवरी अपने पुराने स्वरूप में लौटी है। इस साल जनवरी महीने में 3,4,5, 11, 12, 20, 21, 22 और 25 तारीख को मनाली शहर में बर्फ के फाहे गिरे। बर्फबारी ने मनाली में पिछले 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
मनाली के पर्यटन स्थल रोहतांग तो पिछले 2 महीने से सैलानियों के लिए बंद है लेकिन, मढी, राहला और गुलाबा में भी पिछले एक महीने से सैलानी रुख नहीं कर पाए हैं। इन पर्यटन स्थलों में 5 फीट से लेकर 10 फीट तक बर्फ जमी है। रविवार को मनाली का नेहरू कुंड पर्यटकों का स्नो प्वायंट बन गया। सैलानी सुबह से यह बर्फीले खेलों का आनंद ले रहे हैं। इस साल जनवरी में पर्यटकों की आमद भी अधिक रहा है, जिससे पर्यटन कारोबारी भी खुश हैं। एसडीएम मनाली रमन घरसँगी ने बताया कि सैलानियों को नेहरू कुंड तक जमे की अनुमति दी गई है। उन्होंने बताया कि सैलानी मनाली व आसपास के क्षेत्रों में बिछी बर्फ की चांदी का आनंद ले रहे हैं।
राजौरी में बर्फ से सटी सड़कें
वहीं जम्मू-कश्मीर के राजौर में सड़कें बर्फ से पट गई हैं। यहां देहरा की गली में मशीन लगाकर रास्ता साफ करने की कोशिश की गई।