नये वर्ष के दूसरे दिन मौसम का कहर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में देखने को मिला है। सुबह अचानक बादलों की घेराबंदी के बाद बूंदाबादी से शामली, सहारनपुर, मथुरा, मुजफ्फरनगर, हाथरस, अलीगढ़, एटा, कासगंज, गौतमबुद्धनगर के साथ पास के क्षेत्रों में घिरे बादलों ने पारा गिरा दिया है।
सहारनपुर, बागपत, शामली, हाथरस तथा मथुरा में बूंदाबादी से लोग घरों में दुबक गए। यहां पर अगले तीन घंटों के दौरान हल्की बारिश होने की संभावना है। सहारनपुर में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री गिर गया है। बागपत में हल्की बारिश से ठंड बढ़ गई है। घर से किसी काम से बाहर निकले लोग ठंड व बारिश से बचाव कर रहे हैं। बागपत में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस है। हाथरस में सहपऊ में हल्की बूंदाबांदी के बाद लोग घर में ही रुकना बेहतर समझ रहे हैं। हाथरस के सहमऊ में भी हल्की बारिश हो रही है। मथुरा में हल्की बारिश के साथ बढ़ी ठिठुरन बढ़ने के कारण सुबह घने कोहरे में लोग कम ही घर के बाहर निकले। हल्की बारिश के बाद मौसम में गलन और ठिठुरन अचानक बढ़ गई है। लोग घरों में भी अलाव का सहारा ले रहे हैं।
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में कहा है कि दो से छह जनवरी के बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शीत लहर का प्रकोप जारी रहेगा। इसके साथ ही कई जगह पर बारिश भी हो सकती है। बारिश होने के साथ तापमान में गिरावट भी देखी जा सकती है। शीतलहर का सामना कर रहे उत्तर भारत में तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के साथ तीन जनवरी से राहत मिलने की संभावना है। अफगानिस्तान और इसके आसपास पश्चिमी विक्षोभ के कारण चक्रवाती प्रवाह बना है। 48 घंटे के दौरान इसके मध्य पाकिस्तान की ओर बढऩे की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के परिणामस्वरूप हवा का कम दबाव दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में बना हुआ है। मौसम विभाग ने कहा कि इन सभी इन प्रभावों के कारण चार-छह जनवरी के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में बारिश या बर्फबारी का अनुमान है।