परदेशीपुरा थाना क्षेत्र के आईटीआई चौराहा स्थित एसबीआई के एटीएम से शनिवार तड़के 14 लाख रुपए चोरी हो गए। रुपए एटीएम तोड़कर नहीं बल्कि डिजिटल लॉक खोलकर चुराए गए हैं। 10 लाख रुपए तो शुक्रवार रात भरे गए थे। इसी एटीएम से आठ माह पूर्व भी इसी तरह 21 लाख रुपए चोरी हुए थे। शक है घटना में तकनीकी विशेषज्ञ शामिल है। एएसपी (पूर्वी-3) प्रशांत चौबे के मुताबिक पुलिस ने एसआईएस प्रोसीजर होल्डिंग प्रा.लि.के असिस्टेंट मैनेजर विजय यादव की शिकायत पर चोरी का केस दर्ज किया है। यादव ने पुलिस को बताया कि कंपनी कैश भरती है। कर्मचारी लवकुश व भावेश शुक्रवार रात 9.30 बजे 10 लाख रुपए भरकर गए थे। उस वक्त गनमैन और ड्राइवर भी मौजूद थे।
मशीन से रुपए नहीं निकलने पर सुबह एरर का मैसेज आया तो शनिवार सुबह 9.30 बजे मशीन देखने पहुंचे। पता चला एटीएम का कैश बोल्ट टूटा हुआ और चेस्ट में रखे 13 लाख 83 हजार 700 रुपए नहीं हैं। एएसपी के मुताबिक मशीन में किसी भी तरह की तोड़फोड़ नहीं हुई है। आरोपितों ने लॉक खोलकर रुपए निकाले हैं। शक है कि लॉक ड्रिल मशीन से खोला गया है।
पुलिस ने चार कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया है। एएसपी के मुताबिक वारदात एटीएम खोलने के जानकारों ने की है। पिछले वर्ष जून में भी इस एटीएम से बगैर तोड़फोड़ किए 21 लाख रुपए चोरी हुए थे। पुलिस ने जांच के बाद कैश लोड करने वाले युवक अंकित सोलंकी और विजय जिनवाल को गिरफ्तार किया था। आरोपित बैंक अधिकारियों की लापरवाही का फायदा उठाकर सिस्टम में गलत राशि फीड कर देते थे। जो रुपए जमा करते, वह ब्याज पर चला देते थे। डीआईजी रुचि वर्धन मिश्र के मुताबिक अफसर और कंपनी अधिकारियों की लापरवाही भी जांची जा रही है।
इसलिए गहराया विशेषज्ञ पर शक
– रुपए चुराने के लिए एक भी नट नहीं तोड़ा गया।
– कैश बॉक्स खोलने के लिए पासवर्ड जरूरी है, जो कंपनी के कर्मचारियों के पास ही होता है।
– मशीन में पिछली बार ड्रिल से छेद हुआ था। मेंटेनेंस कंपनी ने मशीन नहीं बदली, जबकि अपडेट मॉडल आ चुके हैं।
– चार दिन पूर्व ही सिक्युरिटी गार्ड छुट्टी पर चला गया।
– मशीन में भले कम रुपए भरे हों, कर्मचारी इसकी मैन्युअल फीडिंग अधिक की कर सकते हैं।
– जिस व्यक्ति ने रुपए निकाले, उसे मशीन और कैमरे की जानकारी थी। आते ही कैमरा ऑफ कर दिया गया।