शिक्षा पर वार्षिक स्थिति रिपोर्ट (ASER) 2016 में पाया गया कि दूसरे राज्यों के मुकाबले हिमाचल प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रयास कर रहा है. 1
हिमाचल प्रदेश में पढ़ने और गणित की समझ का स्तर सबसे ज्यादा पाया गया. इस मामले में हिमाचल ने केरल को भी पीछे छोड़ दिया है, जिसे सबसे साक्षर राज्य का दर्जा दिया गया है. इस सूची में दिल्ली कहीं भी नहीं है। एएसईआर की रिपोर्ट के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में दूसरी कक्षा के ऐसे बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा पाई गई, जो क्लास की किताबें पढ़ने में सक्षम हैं. जबकि, कक्षा 3 के 47 फीसदी छात्र, पांचवी के 70.5 और आठवीं के 87.9 प्रतिशत छात्र अपनी किताबें पढ़ सकते हैं।
दूसरी ओर गणित के सवाल हल करने के मामले में भी हिमाचल प्रदेश के छात्र, देश के कई दूसरे राज्यों के छात्रों के मुकाबले ज्यादा होशियार हैं. खासतौर से 5th और 8th class के छात्रों में गणित की समझ दूसरे राज्यों की तुलना में बेहतर पाया गया. यह क्रमश: 53.7 और 59.2 प्रतिशत है। हिमाचल प्रदेश में 6 से 14 आयुवर्ग का नामांकन दर 99.8 फीसदी है. यानी हिमाचल के शहर और गांव का लगभग हर बच्चा स्कूल जाता है।