पंजाब के पटियाला में 10 वर्षीय मानवी ने अपने जन्मदिन पर ऑनलाइन केक ऑर्डर किया था। शाम 7 बजे केक काटा गया और रात 10 बजे पूरा परिवार बीमार पड़ गया। मानवी की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई।
पटियाला में केक खाने से 10 साल की बच्ची की मौत के मामले में पुलिस ने बेकरी मालिक समेत चार लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
तीन आरोपियों राजजीत सिंह, पवन कुमार व विजय कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बेकरी मालिक गुरमीत सिंह निवासी ग्रीन ब्यू कॉलोनी पटियाला अभी फरार है। उसकी तलाश में पुलिस की ओर से लगातार रेड की जा रही है। काबू किए आरोपियों को अदालत में पेश करके इनका दो दिनों का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में बेकरी का मैनेजर व मुलाजिम शामिल हैं।
दरअसल 24 मार्च अमन नगर की रहने वाली 10 साल की मानवी का जन्मदिन था। वह अपनी मां काजल व छोटी बहन के साथ पिछले कुछ सालों से नाना-नानी के घर ही रहती है। मां काजल आई पार्क मोहाली में नौकरी करती है। मां के मुताबिक शाम को करीब छह बजे उन्होंने ऑनलाइन केक आर्डर किया था। साढ़े छह बजे केक घर पहुंचाया गया।
करीब सवा सात बजे मानवी ने पूरे परिवार की हाजिरी में बड़ी खुशी के साथ केक काटा और सभी ने इसे खाया। लेकिन थोड़ी ही देर बाद ही मानवी समेत परिवार के बाकी सदस्यों की तबीयत खराब होने लगी। सबको उल्टियां होने लगीं। 10 साल की मानवी की तबीयत ज्यादा खराब हुई तो उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां अगले दिन 25 मार्च की सुबह मानवी की अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक पहले मामले में धारा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई हुई थी। लेकिन बाद में परिवार वालों ने केक खाने से मानवी की मौत होने का अंदेशा जताया। इसलिए मां काजल के बयान पर पुलिस ने अब केस दर्ज कर लिया है।
पढ़ाई में बहुत होशियार थी मानवी
पीड़ित परिवार के मुताबिक मानवी पढ़ाई में बहुत होशियार थी। उसने पांचवीं के पेपर दिए थे और अच्छे नंबरों में पास हुई है। परिवार ने सेहत विभाग पर मामले में सही तरह से कार्रवाई न करने के आरोप लगाए थे। पुलिस का कहना है कि बाकी बचे केक से सैंपल लेकर जांच के लिए एफएसएल लैब भेज दिए गया है।