पटवारी परीक्षा (Patwari Recruitment Exam) के पेपर लीक (Paper Leak) प्रकरण में एसआईटी (SIT) ने एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। एसआईटी ने यूपी के जिला सहारनपुर के कस्बा बिहारीगढ़ स्थित रिजॉर्ट में अभ्यर्थियों की निगरानी करने के आरोप में एक बीटेक छात्र को सोमवार को गिरफ्तार किया।
उधर, डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर हरिद्वार पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई किए जाने की तैयारी शुरू कर दी। पटवारी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के आरोप में एसआईटी पूर्व में सात लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें पेपर लीक मामले में मुख्य अभियुक्त-लोक सेवा आयोग में अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी, उसकी पत्नी रितु चतुर्वेदी, पॉलीटेक्निक शिक्षक राजपाल, उसका भतीजा संजीव कुमार, राजकुमार, प्रमोद और मनीष शामिल थे।
एसआईटी ने इनके कब्जे से 41 लाख रुपये भी बरामद किए थे। अब एसआईटी ने सोमवार को सोनू कुमार उर्फ खड़कू पुत्र इलमचन्द निवासी पाडली, खुशालपुर जनकपुरी, जिला सहारनपुर (यूपी) को छुटमलपुर बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि सोनू, पहले गिरफ्तार एक अन्य आरोपी संजीव कुमार का मौसेरा भाई है।
बिहारीगढ़ स्थित रिजॉर्ट में जब अभ्यर्थियों को पेपर में आने वाले सवालों के जवाब रटाए जा रहे थे, तब सोनू उन सबकी निगरानी कर रहा था। इसके लिए संजीव कुमार ने उसे दस हजार रुपये दिए थे। सिंह ने बताया कि अब तक 31 अभ्यर्थियों की लिस्ट मिल चुकी है। साथ ही रिजॉर्ट में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और डीवीआर को भी कब्जे में ले लिया जा चुका है।
आरोपियों पर गैंगस्टर इस बीच, डीजीपी के निर्देश पर पेपर लीक मामले के आरोपियों के खिलाफ एसओ कनखल नरेश राठौड़ की तरफ से गैंगस्टर ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पेपर लीक प्रकरण में सात लोगों की गिरफ्तारी पहले हुई थी।
जबकि आठवें की गिरफ्तारी सोमवार को हो गई। सभी आरोपी जेल में हैं। अब सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। आरोपियों की संपत्ति की भी जांच की जाएगी। उन्होंने बताया, कनखल पुलिस को इस संबंध में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।
अभ्यर्थियों से होगी पूछताछ: एसआईटी अब पेपर खरीदने के आरोपी अभ्यर्थियों से पूछताछ शुरू करेगी। इस क्रम में सूचीबद्ध सभी 31 अभ्यर्थियों को एक-एक कर बुलाया जाएगा। इन अभ्यर्थियों में हरिद्वार के अलावा कई अन्य जिलों के युवा भी बताए जा रहे हैं। एसआईटी सूत्रों की मानें तो टीम के सदस्यों को अलग-अलग अभ्यर्थियों को बुलाने की जिम्मेदारी भी दे दी गई है।
लोक सेवा आयोग में पहुंची टीम एसआईटी की टीम ने सोमवार को जाकर लोक सेवा आयोग जाकर कई अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने कुछ सबूत भी लिए है, ताकि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा मजबूत बन सके।