राजधानी में दारोगा अभ्यर्थियों ने एक बार फिर बवाल किया। गुरुवार को परीक्षा में धांधली का आरोप लगा विरोध जता रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने जेपी गोलंबर पर रोक लिया। काली पट्टी बांध मार्च में बड़ी संख्या में शामिल छात्रों को रोकने पर अभ्यर्थी उग्र हो गए। प्रदर्शन कर रहे छात्र एफआइआर और धांधली की जांच की मांग पर अड़ गए।
परीक्षा रद करने की मांग को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास जा रहे छात्रों ने जमकर हंगामा किया। जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में पुलिस जेपी गोलंबर पर पहुंच गई। वहीं बवाल को देखते हुए डीएसएलआर भी छात्रों से संवाद करने पहुंचे।
परीक्षा रद करने की मांग
प्रदर्शन कर रहे छात्रों को रोकने के लिए पुलिस को बैरिकेडिंग करनी पड़ी। जेपी गोलंबर पर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई। अभ्यर्थी दारोगा बहाली परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे थे। उनका आरोप था कि परीक्षा में धांधली की गई है। जिसकी सीबीआइ से जांच कराई जाए। छात्रों के विरोध को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। हंगामे को देखते हुए दलबल के साथ पहुंचे पुलिस अधिकारी प्रदर्शनकारियों से सड़क खाली करने को कहते रहे।
काफी दिनों से छात्र जता रहे हैं विरोध
दारोगा अभ्यर्थियों का प्रदर्शन पटना में लगातार जारी है। अपनी मांगों को लेकर छात्र काफी दिनों से समय-समय पर विरोध जता रहे हैं। इससे पहले अभ्यर्थियों ने इसी माह चार फरवरी को विरोध-प्रदर्शन किया था। तब पुलिस और छात्रों के बीच नोकझोंक हुई थी। जिसमें स्थिति लाठीचार्ज तक की आ गई थी। विरोध कर रहे छात्रों ने बिहार सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों का कहना था कि हर परीक्षा में धांधली होने की बात आम होती जा रही है। छात्र मन लगाकर पढ़ते हैं उसके बाद एेसी घटनाएं होने से उनका मनोबल टूटता है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि दारोगा बहाली परीक्षा को रद कर इसकी सीबीआइ जांच कराई जाए।