गुरुद्वारा अकाल बुंगा साहिब यादगार सिंह साहिब नवाब कपूर सिंह, निहंग सिंह बुड्ढा दल छावनी, जिस पर सिंह साहिब बाबा बलबीर सिंह अकाली के 96 करोड़ दल का कब्जा है। मंगलवार की सुबह बुड्ढा दल के दूसरे गुट के मुखी सिंह साहिब बाबा मान सिंह के नेतृत्व में निहंग सिंह संगठन ने तेजधार हथियारों से लैस होकर डेरा और गुरुद्वारा साहिब पर कब्जा कर लिया है।
इसी बीच गुरुद्वारा साहिब डेरे में सिंह साहिब बाबा बलबीर सिंह के दल से संबंधित महंत निहंग जत्थे निरवैर सिंह और रागी भाई जगजीत सिंह के हाथ बांध कर बुरी तरह पीटा गया। जैसे ही थाना सुल्तानपुर लोधी पुलिस को सूचना मिली तो डीएसपी बबनदीप सिंह और एसएचओ लखविंदर सिंह थिंद के नेतृत्व में पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और घायल महंत निरवैर सिंह और रागी जगजीत सिंह को बचाया और सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। अन्य जानकारी के मुताबिक पुलिस ने दोनों घायलों के बयानों पर सिंह साहिब बाबा मान सिंह और बड़ी संख्या में निहंग सिंहों के खिलाफ सुल्तानपुर लोधी थाने में मामला दर्ज कर लिया है। इस बीच, सिंह साहिब बाबा बलबीर सिंह अकाली की पार्टी से जुड़े निहंग सिंह, जो पहले इस शिविर पर कब्जा कर चुके थे, बड़ी संख्या में सुल्तानपुर लोधी पहुंचे और किसी भी तरह के संघर्ष को रोकने के लिए पुलिस ने उन्हें तलवंडी पुल सुल्तानपुर लोधी पर रोक दिया।
इस बीच घटनास्थल पर एस.एस.पी. कपूरथला वत्सला गुप्ता, एसपी मुख्यालय तेजवीर सिंह हुंदल, डीएसपी (डी.) कपूरथला गुरमीत सिंह सिद्धू, डीएसपी सुल्तानपुर लोधी बबनदीप सिंह भी भारी संख्या में पुलिस बल और दंगा निरोधक दस्ते के साथ पहुंचे और बहुत समझदारी से शांति व्यवस्था बनाए रखी। इस समय किसी भी तरह के टकराव को रोकने के लिए पुलिस ने पूरे दिन गुरुद्वारा अकाल बुंगा साहिब की घेराबंदी कर दी और पूरी निगरानी रखी। इसके अलावा सुल्तानपुर लोधी के डीएसपी के निवेदन पर एसडीएम द्वारा नायब तहसीलदार जोगिंदर सिंह संधू को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया, जोकि रात तक गुरुद्वारा साहिब के डेरे में मौजूद रहे।
उधर सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती भाई जगजीत सिंह और बाबा निरवैर सिंह ने बताया कि बाबा मान सिंह और बड़ी संख्या में अन्य लोगों ने उनके साथ मारपीट की। उन्होंने मांग की कि सभी आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। वहीं इस मामले को लेकर सिंह साहिब बाबा मान सिंह ने कहा कि यह डेरा पहले से ही हमारा था और इस पर दूसरे गुट ने जबरन कब्जा कर लिया था। उन्होंने कहा कि वह किसी भी कीमत पर डेरा नहीं छोड़ेंगे।
वहीं, पुलिस अधिकारियों ने सिर्फ इतना कहा कि दोनों पक्षों के बीच टकराव नहीं होने दिया जाएगा और किसी भी कीमत पर अमन-चैन बहाल किया जाएगा। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी और प्रकाश पर्व जोड़ मेला में किसी को भी माहौल खराब करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी नियुक्त किए गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी और धक्केशाही नहीं होने दी जाएगी।