यहां केंद्रीय कृषि कानूनों और किसान आंदोलन के मुद्दे पर पंजाब के मुुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा बुलाई गई सर्व दलीय बैठक में शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल पर हमले का मामला उठा। जलालाबाद में हुए इस हमले से बैठक में माहौल गर्मा गया। इसके बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सरकार पूरे मामले की जांच कराएगी।
इससे पहले बैठक मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में शुरू हुई। बैठक कांग्रेस के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़, पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन लाल सिंह सहकारिता मंत्री सुखजिंदर रंधावा, शिअद और आम आदमी पार्टी के नेता मौजूद हैं। बैठक में पंजाब भाजपा के नेता शामिल नहीं हुए हैं।
बैठक चल रही थी तो इसी दौरान जलालाबाद में शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल पर हमले की खबर आई। इस मामले को बैठक में शामिल हो रहे शिअद नेताओं ने उठाया और इस पर रोष जताया। माहौल गर्माने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार पूरे मामले की जांच कराएगी।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह बैठक बुलाई है। इसमें केंद्रीय कृषि कानूनों, इसके विरोध में किसानों के आंदोलन और गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई घटनाओं से पैदा हालात के बारे में विचार-विमर्श हो रहा है। बैठक में इस बारे में पंजाब के सियासी दलों की साझा रणनीति तैयार करने पर विचार-विमर्श हो रहा है।
बैठक में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसान आंदोलन, कृषि कानूनों और गणतंत्र दिवस के दिन की दिल्ली में हुई घटनाओं के बाद पंजाब सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में गिरफ्तार किए गए पंजाब के किसानों का केस राज्य सरकार लड़ेगी। इसके लिए 40 वकीलों की टीम भी बना दी गई है।
बैठक में कांग्रेस के नेताओं के साथ-साथ शिरोमणि अकाली दल (SAD) , आम आदमी पार्टी (AAP) सहित अन्य दलों के नेता भाग ले रहे हैं। बता दें कि कांग्रेस, शिअद और आप के नेता किसान आंदोलन का खुलकर समर्थन कर रहे हैं। दूसरी ओर पंजाब भाजपा के नेता इस बैठक में नहीं पहुंचे। भाजपा के नेता पूरे मामले पर अलग से मीडिया से रूबरू होकर पार्टी की राय रखेंगे।